"विपक्ष को लोगों की भलाई से कोई मतलब नहीं", जदयू बोली- वे अपने झूठे बयानों से जनता को बरगला रहे
Sunday, Dec 22, 2024-01:20 PM (IST)
पटना: जनता दल यूनाईटेड (JDU) विधानपार्षद और मुख्य प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग ये झूठा दावा कर रहे हैं कि अब तक बिहार में सूई का कारखाना तक नहीं लगा उन्हें अपना ज्ञान बढ़ाना चाहिए और उन्हें पता होना चाहिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में राज्य में अलग-अलग प्रक्षेत्रों में अबतक हजारों करोड़ रुपए का निवेश हो चुका है।
करीब साढ़े तीन गुणा से ज्यादा निवेश का हुआ करार
प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार और डॉ. निहोरा प्रसाद यादव ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से सवाल करते हुए कहा कि जिस लालू यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल में कल-कारखाने बंद होते रहे और लोग भय, रंगदारी और गुंडागर्दी से परेशान होकर बिहार से पलायन कर गए वो आज किस मुंह से राज्य में सूई के कारखाने तक नहीं लगने की बात कर रहे हैं। पार्टी प्रदेश प्रवक्ताओं ने कहा कि विपक्ष को बिहार की तरक्की और लोगों की भलाई से कोई मतलब नहीं है और वो अपने झूठे बयानों से जनता का बरगलाने रहा है। मुख्यमंत्री की कोशिशों के चलते अलग-अलग प्रक्षेत्रों में दर्जन भर ईकाइयां कार्यरत हैं और अभी तक 87 सौ करोड़ रुपए का निवेश हो चुका है, जिससे न केवल बिहार का विकास हो रहा है बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार में बिहार विकास की नई बुलंदियों को छू रहा है और इसी का परिणाम है कि देश भर की 423 कंपनियों ने बिहार में 180 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव पर अपनी सहमति जताई है। पिछले निवेशक सम्मेलन से इस साल करीब साढ़े तीन गुणा से ज्यादा निवेश का करार हुआ है।
जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि नीतीश कुमार जी ने औद्योगिक तौर पर पिछड़े बिहार में निवेश के लिए उचित माहौल बनाया और कई बड़े कदम उठाए। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासनकाल में विकास के हर पायदान पर पिछड़ चुके बिहार में लचर सड़क व्यवस्था में सुधार के लिए उन्होंने क्रांतिकारी कदम उठाए। जबकि लोगों को बमुश्किल उपलब्ध बिजली व्यवस्था में आमूल चूल सुधार किया जिससे राज्य में निवेश का वातावरण बन सका। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निवेश के लिए बुनियादी जरुरतों को दुरुस्त किया साथ ही आधारभूत संरचना के विकास के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए।