CBI अधिकारियों को धमकी देकर जांच को गलत तरीके से प्रभावित करने पर तुले तेजस्वीः सुशील मोदी
Tuesday, Sep 20, 2022-12:09 PM (IST)

पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे पुत्र और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों को खुली धमकी देकर भ्रष्टचार के मामले की जांच को गलत तरीके से प्रभावित करने पर तुले हैं।
"धमकी देना न्याय प्रक्रिया को गंभीर चुनौती"
सुशील मोदी ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि सीबीआई अधिकारियों के माता-पिता और बच्चों तक से बदला लेने की बात कही जा रही है। यह भी कहा गया कि जो अफसर उनके विरुद्ध भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) घोटाले की जांच में लगे हैं, उन्हें सरकार बदलने या रिटायर होने पर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक अभियुक्त (तेजस्वी यादव) का धमकी देना न्याय प्रक्रिया को गंभीर चुनौती है।
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"लालू यादव ने कभी जांच एजेंसी को धमकी नहीं दी"
भाजपा सांसद ने कहा कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला में दोषी पाए गए, लेकिन उन्होंने कभी जांच एजेंसी को धमकी नहीं दी। उन्होंने कहा कि 09 अगस्त को बिहार में सरकार बदलने से पहले तक जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के जो लोग सीबीआई को तेजस्वी यादव के विरुद्ध दस्तावेज उपलब्ध करा रहे थे, वही अब जांच एजेंसी पर सवाल उठा रहे हैं। मोदी ने कहा कि शिवानंद तिवारी चारा घोटाला की जांच सीबीआई से कराने की मांग लेकर उच्च न्यायालय गए थे लेकिन अब वह लालू परिवार का भरोसा जीतने के लिए पलटी मार रहे हैं। उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी घोटाले में सीबीआई इसी 28 सितंबर को आरोप तय करने वाली है इसलिए बेचैनी है।
सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव को 2018 में जमानत मिलने के बाद दो साल तक न्याय प्रक्रिया कोविड के कारण ठप रही। उनके वकील ने 11 बार ट्रायल कोर्ट से समय मांग कर मामले को लटकाने की कोशिश की। सीबीआई सोई नहीं थी लेकिन अब राजद-जदयू की नींद खराब होने वाली है।