“25 से 5 पर आने में देर नहीं लगेगी”… तेज प्रताप की तेजस्वी को चेतावनी, बोले– सबको निकालोगे तो बचेगा कौन?

Wednesday, Nov 19, 2025-08:51 AM (IST)

पटना:बिहार की राजनीति में एक बार फिर लालू परिवार की अंदरूनी टकराव ने सुर्खियाँ बटोर ली हैं। रोहिणी आचार्य द्वारा परिवार से संबंध खत्म करने की घोषणा के बाद अब तेज प्रताप यादव ने चुप्पी तोड़ते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि रोहिणी को परिवार से बाहर कर दिया गया और सवाल उठाया कि लगातार अपनों को दूर करने से पार्टी का क्या भविष्य बचेगा।

तेज प्रताप का सवाल—“सबको निकालोगे तो रहेगा कौन?”

जनशक्ति जनता दल के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से तेज प्रताप ने पोस्ट करते हुए कहा कि पार्टी से हर किसी को निकालने की प्रवृत्ति ठीक नहीं है। उनका कहना है कि यही सवाल जनता भी उठाने लगी है।

“मुझे निकाले जाने से हुई RJD की सीटों में गिरावट”—तेज प्रताप का दावा

तेज प्रताप ने आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में रहते हुए उनकी आवाज को लगातार दबाया गया। उन्होंने लिखा कि जब वे पार्टी से अलग हुए और अपनी बात जनता के सामने रखी, तभी आरजेडी नेतृत्व को अपनी गलती का एहसास हुआ।

उन्होंने 2015 से 2025 तक आरजेडी की सीटों में आई गिरावट के आंकड़ों का हवाला दिया:

  • 2015 – 80 सीटें
  • 2020 – 75 सीटें
  • 2025 – 25 सीटें

तेज प्रताप का कहना है कि जनता यह बता रही है कि गलतियां कहाँ हुईं, और सवाल यही है कि पार्टी अब किस दिशा में जा रही है।

“मेरी बहन रोहिणी को भी घर से निकाल दिया गया”—तेज प्रताप

रोहिणी आचार्य द्वारा परिवार से दूरी बनाने के बाद तेज प्रताप ने भावुक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि पहले उन्हें दूर किया गया और अब उनकी बहन को भी परिवार से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। तेज प्रताप का कहना है कि यह स्थिति पूरे बिहार में चर्चा का विषय बन चुकी है, और लोग परिवार की मौजूदा हालत पर तंज कस रहे हैं।

महाभारत का उदाहरण देकर किया कड़ा प्रहार

अपने संदेश में तेज प्रताप ने महाभारत का संदर्भ देते हुए कहा कि जब भी सम्मान से खिलवाड़ हुआ है, इतिहास बदला है। उन्होंने दावा किया कि बिहार की बेटियों की आवाज न्याय मांग रही है और वे अन्याय के खिलाफ खड़े रहेंगे। उनके शब्दों में, यह राजनीति नहीं बल्कि सम्मान की लड़ाई है।

“अगले चुनाव में RJD पाँच सीटों पर सिमट जाएगी”—तेज प्रताप की चेतावनी

तेज प्रताप ने अपने भाई तेजस्वी यादव और पिता लालू प्रसाद यादव पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि अगर पार्टी में यही हाल रहा तो आने वाले चुनाव में आरजेडी की सीटें 25 से घटकर 5 भी रह सकती हैं। उन्होंने दावा किया कि वे 44 सीटों पर चुनाव लड़े थे उन सीटों पर आरजेडी को केवल 5 सीटें मिलीं। जनता समझ चुकी है कि आरजेडी अब लालू यादव की विचारधारा वाली पार्टी नहीं रही।तेज प्रताप का आरोप है कि पार्टी में सिद्धांत की बजाय चापलूसी और समर्पण की जगह साज़िश ने ले ली है।

“मुझे मेरे ही लोगों ने दूर किया”—तेज प्रताप

अंत में उन्होंने लिखा कि उन्होंने कभी पार्टी से किसी को नहीं निकाला, बल्कि उन्हें खुद ही अलग कर दिया गया। उनका दावा है कि जैसे ही जनता ने उनकी बात सुनी, स्थिति साफ हो गई कि मुद्दा क्या है और किसकी गलती है।


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Content Writer

Ramanjot

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