Sudhakar Singh का कुशवाहा पर पलटवार, कहा- वह हमारे लिए प्रेरणा स्रोत नेता, हमें उनसे सीखना चाहिए
Tuesday, Jan 03, 2023-02:11 PM (IST)

पटना (अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के खिलाफ टिप्पणी के बाद सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में सुधाकर सिंह ने जदयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि वह हमारे लिए प्रेरणा स्रोत नेता है और हमारे जैसे नौजवान को उनसे सीखना चाहिए।
"कुशवाहा मौत के करीब थे, नीतीश ने सुध नहीं ली"
सुधाकर सिंह ने कहा, मुझे याद है कि बेली रोड 28 नंबर घर में वे रहते थे, तब बगल वाले घर में मैं रहता था और जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे उनकी सरकार में उपेंद्र कुशवाहा को घर से निकालने के लिए 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी लगाए गए थे। जिस तरीके से बिहार में बदहाल शिक्षा व्यवस्था को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने जन आंदोलन किया था और सरकार को आईना दिखाने का काम किया। उन्होंने शिक्षा बचाओ आंदोलन और मंडी कानून लागू करने का नीतीश कुमार के खिलाफ आंदोलन चलाया था। जब शिक्षा बचाओ आंदोलन कर रहे थे और वह भूख हड़ताल पर थे। वे मौत के करीब थे और नीतीश कुमार ने एक सुध नहीं ली। तब हमारे नेता तेजस्वी यादव और शरद यादव ने जाकर उनको जूस पिलाया था।
"कुशवाहा को आगे की राजनीति के लिए शुभकामनाएं"
सुधाकर सिंह ने कहा कि कुछ दिन पहले तक उपेंद्र कुशवाहा खीर बनाने की आंदोलन चला रहे थे जब खीर बन गया तो खीर एक बिल्ली के पास दे आए। उनको एक चम्मच खीर भी नसीब नहीं हुई। उपेंद्र कुशवाहा को आगे की राजनीति के लिए शुभकामनाएं।
नीतीश और मेरा डीएनए एकः कुशवाहा
बता दें कि इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा ने राजद के शीर्ष नेताओ से सुधाकर सिंह पर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह ने अभद्र टिप्पणी की है हम सभी इसको नहीं सहन नहीं करेंगे। उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मेरा डीएनए एक है। सुधाकर सिंह के बयान से सीएम को चाहने वाले काफी आहत हुए है। सीधे तौर पर गाली देना ठीक नहीं हैं। हम सभी काफी आहत हैं। राजद नेता सुधाकर सिंह मामले में बीच बचाव कर रहे हैं यह ठीक नहीं है।