विधानसभा अध्यक्ष ने स्वतंत्रता दिवस पर दिया भावनात्मक भाषण, बोले- मैंने निष्पक्ष रहने की पूरी कोशिश की...
Tuesday, Aug 16, 2022-10:26 AM (IST)

पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत ‘महागठबंधन' के सदस्यों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को सदन परिसर में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में बेहद भावनात्मक भाषण दिया। हालांकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता का यह भाषण कुछ-कुछ विदाई भाषण जैसा प्रतीत हो रहा था।
मैंने निष्पक्ष रहने की पूरी कोशिश कीः विधानसभा अध्यक्ष
गौरतलब है कि सिन्हा द्वारा पद से इस्तीफा देने की अनिच्छा जताए जाने पर सत्तारूढ़ महागठबंधन के विधायकों द्वारा 24 अगस्त को उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाना है और इसमें उनके पद से हटने की पूरी-पूरी संभावना है। देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस पर सिन्हा ने सात पन्नों का लिखित भाषण पढ़ा जिसमें उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष के रूप में 20 महीने के कार्यकाल में अपने द्वारा किए गए विभिन्न कार्यों का उल्लेख किया। भाषण के दौरान सिन्हा ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘‘मैंने पार्टी की भावनाओं से ऊपर उठकर निष्पक्ष रहने की पूरी कोशिश की और इस कारण उनपर विपक्ष के प्रति बहुत उदार होने के आरोप भी लगे।''
उल्लेखनीय है कि सिन्हा इस साल की शुरुआत में बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ एक मामले को लेकर सदन के भीतर हुई नोक-झोंक को लेकर चर्चा में रहे थे। फिलहाल नीतीश की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के साथ सत्ता में लौटी राष्ट्रीय जनता दल (राजद, लालू प्रसाद की पार्टी) उक्त घटना के वक्त विपक्ष में थी और उसने अध्यक्ष के कथित अपमान को लेकर सदन की कार्यवाही कुछ दिनों तक बाधित भी की थी।
वाजपेयी की इन पंक्तियों के साथ समाप्त किया भाषण
अपने भाषण में, सिन्हा ने विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह में अपनी उपलब्धियों को गिनाया जिसमें पिछले साल तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया था। कभी नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुके सिन्हा ने दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की लिखी चार पंक्तियों ‘‘हम पड़ाव को समझे मंजिल, लक्ष्य हुआ आंखों से ओझल, वर्तमान के मोहजाल में, आने वाला कल न भुलाएं, आओ फिर से दीया जलाएं'' के साथ अपना भाषण समाप्त किया।