JDU स्वाभिमान दिवस के अवसर पर बोले CM नीतीश- कुछ लोग समाज को तोड़ने और झगड़ा करवाने का कर रहें काम

Monday, Jan 23, 2023-05:08 PM (IST)

पटना (अभिषेक कुमार सिंह): पटना में महाराणा प्रताप की स्मृति समारोह को जदयू स्वाभिमान दिवस के रूप में हर साल मनाती है। इस साल भी इसका आयोजन पटना के मिलर हाई स्कूल में किया गया है। इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार सहित जदयू के तमाम नेता मौजूद हुए, लेकिन इस कार्यक्रम में संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं हुए। 

PunjabKesari

कुछ लोग समाज को तोड़ने में लगे रहते हैः सीएम
इस दौरान सीएम ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग समाज को तोड़ने और झगड़ा कराने का काम में लगे रहते है, लेकिन सभी को सचेत रहने की ज़रूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाओं की शिक्षा को लेकर बेहतर काम किया जा रहा हैं। महिला को ज्यादा शिक्षित करने पर जनसंख्या वृद्धि में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि नगर निकाय और पंचायत में महिलाओं के आरक्षण देने में फायदा हुआ है। कुछ लोग कानून बनाने की बात करते है लेकिन यह सही बात नहीं है। हमसब जागरूकता को लेकर काम कर है। वहीं आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सीएम नीतीश ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी के समय जार्ज साहब के साथ उनसे मिलने जेल में गए थे। साथ ही कहा कि आनंद मोहन की रिहाई को लेकर हम सब काम कर रहे है। यहां हम सब बोलेंगे तो लगेगा की मांग हुई इसलिए रिहा किया गया।  

PunjabKesari

बता दें कि नीतीश कुमार ने कहा कि 2020 में इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी। महाराणा प्रताप की प्रतिमा को लगाने का काम किया गया है। साथ ही कहा कि महाराणा प्रताप के जन्मदिवस पर राजकीय समारोह का आयोजन किया जा रहा है। महाराणा प्रताप सभी समाज के लोगों को साथ लेकर चलने का काम करते थे। उनकी सबसे बड़ी खासियत थी कि वे महिलाओं का काफ़ी सम्मान देंने का काम किए है। हम सब भी उनकी बताई बात को लागू किया है।

PunjabKesari

मुख्यमंत्री के अलावा सभी नेताओं ने बारी-बारी से अपना संबोधन दिया और महाराणा प्रताप के महिमा का बखान किया। भले ही स्वाभिमान दिवस के अवसर पर जदयू महाराणा प्रताप को याद करें लेकिन उनका मुख्य मकसद 2024 लोकसभा चुनाव में राजपूत वोटों पर है। ऐसे तो बिहार में राजपूतों की संख्या लगभग 5 प्रतिशत है। लेकिन सभी दलों की ओर से लगातार उनको साधने की कोशिश की जाती रही है। अब देखना होगा कि आने वाले चुनाव में जदयू को कितनी कामयाबी मिल पाती है। 

PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Swati Sharma

Related News

static