Six Lane Ganga Bridge Patna Bihar : कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल का आज उद्घाटन करेंगे CM नीतीश, जानिए इस ब्रिज की खासियत
Monday, Jun 23, 2025-12:28 PM (IST)

पटना:बिहार में रोड कनेक्टिविटी के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 जून को बहुप्रतीक्षित कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन ब्रिज परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन किया। इस पुल के चालू होते ही राघोपुर दियारा क्षेत्र सीधे राजधानी पटना से जुड़ गया है।
राघोपुर दियारा के लिए 76 साल बाद स्थायी कनेक्टिविटी
आजादी के 76 साल बाद राघोपुर के लोगों को पहली बार सालभर के लिए स्थायी सड़क संपर्क मिला है। पहले जहां लोग पीपा पुल या नावों के सहारे पटना पहुंचते थे, अब यह सफर केवल 5 मिनट का हो गया है। इस उपलब्धि को राघोपुर के लोग ऐतिहासिक मान रहे हैं।
गंगा पर बना देश का सबसे आधुनिक केबल स्टे ब्रिज
यह सिक्स लेन ब्रिज 19 किलोमीटर लंबी पूरी परियोजना का अहम हिस्सा है। खासकर 9.76 किमी लंबा एक्स्ट्रा डोज केबल स्टे ब्रिज, जो गंगा नदी पर बना है, अत्याधुनिक तकनीक का अद्भुत उदाहरण है। इसकी चौड़ाई 32 मीटर है और इसे 100 किमी/घंटा की रफ्तार को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
विशेष तकनीक से बनी पुल की संरचना
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि पुल में उपयोग की गई तकनीक भारत में कुछ ही पुलों में देखने को मिलती है। इसमें केबल्स को डेक के नीचे एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक विशेष ढंग से जोड़ा गया है, जिससे इसकी मजबूती और टिकाऊपन कई गुना बढ़ गई है।
अब सालभर खुलेगा विकास का रास्ता
हर साल मानसून में पीपा पुल हट जाने के कारण राघोपुर पटना से कट जाता था, लेकिन अब यह समस्या खत्म हो गई है। साथ ही, पंसरिया चौक से मुख्य ब्रिज को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग के निर्माण को 17 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति भी मिल चुकी है।
दियारा क्षेत्र में कारोबार और निवेश को मिलेगा बढ़ावा
स्थायी पुल के चालू होने से न सिर्फ आवागमन आसान होगा, बल्कि दियारा क्षेत्र में व्यापार, परिवहन और निजी निवेश को भी नया बल मिलेगा। इससे लोगों के जीवन स्तर में सुधार और रोजगार के अवसरों में इजाफा होगा।
गांधी सेतु को मिलेगा वैकल्पिक मार्ग
नए पुल के कारण महात्मा गांधी सेतु पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा। अब पटना, राघोपुर और बिदुपुर के बीच तेज़, सुरक्षित और निर्बाध सड़क संपर्क उपलब्ध रहेगा। नीतीश सरकार का लक्ष्य 2027 तक बिहार के हर कोने से पटना को साढ़े तीन घंटे में जोड़ने का है, और यह ब्रिज उस दिशा में अहम कड़ी बनेगा।
5000 करोड़ की लागत से बना भविष्य का आधार
इस मेगा परियोजना पर कुल करीब 5000 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें से 3000 करोड़ रुपये एशियन डेवलपमेंट बैंक से ऋण के रूप में और 2000 करोड़ रुपये राज्य सरकार द्वारा वहन किए गए हैं।
नीतीश कुमार की दूरदर्शिता का परिणाम: नितिन नवीन
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पुल सिर्फ एक इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक बदलाव की नींव है। उन्होंने राघोपुर की जनता को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए बधाई दी।