राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ने CM नीतीश का पुतला किया दहन, युवा लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लगाया आरोप
Friday, Mar 03, 2023-04:23 PM (IST)

पटना: आज राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। इस मौके पर युवा लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकाश यादव ने कहा सबसे बड़ा दुर्भाग्य की बात है कि केंद्र सरकार ने 2021 में फ्रीशिप स्कीम लाई थी।
जिसके तहत देश के हर एक राज्य में एससी एसटी और ओबीसी के छात्रों का पूरा खर्च सरकार उठाने को तैयार थी हर एक राज्य ने इस स्कीम को अपने-अपने राज्य में लागू किया लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके भतीजे तेजस्वी यादव में इस स्कीम को लागू नहीं किया और हाईकोर्ट को यह कहा कि हम इस स्कीम को लागू नहीं कर सकते हैं क्योंकि हमारे पास सरकार के पास फंड नहीं है। केंद्र सरकार ने कहा कि एससी एसटी और ओबीसी के छात्रों को जितना भी खर्च लगेगा आईआईटी मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई में आधा खर्च केंद्र की सरकार देगी और 40% पैसा राज्य को देना होगा।
RLJP ने CM का पुतला दहन किया। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आकाशने कहा बड़ा दुर्भाग्य की बात है कि केंद्र सरकार ने 2021 में फ्रीशिप स्कीम लाई, जिसके तहत देश के हर एक राज्य में ST SC और OBC के छात्रों का पूरा खर्च सरकार उठाने को तैयार थी CM और तेजस्वी ने इस स्कीम को लागू नहीं किया pic.twitter.com/phpbQxCeiZ
— Punjab Kesari- Bihar/Jharkhand (@biharjkesari) March 3, 2023
नीतीश कुमार ने 40% गरीब छात्रों को पैसा देने से साफ मना कर दिया
8800 करोड़ रूपए का मुख्यमंत्री ने घोटाला किया और अब sc-st के पैसे को सड़क पुल में देने का काम किया और आज हम लोग पूरे मजबूती के साथ सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करने के लिए अपने नेता पशुपति कुमार पारस और प्रिंस राज के नेतृत्व में आज हम लोग यहां प्रदर्शन कर रहे हैं।
कल हम लोग राज्यपाल से मुलाकात कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जो मंशा है कि एससी एसटी की बच्चों से दारू खुलवाएं और तेजस्वी यादव की जो मनसा है कि उनकी तरह ही sc-st का बच्चा 9वीं फेल हो इसके विरोध में हम लोग उग्र प्रदर्शन करने का काम कर रहे हैं पूरे देश में पहला राज्य होगा बिहार जहां बच्चों को शिक्षा देने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है और जातीय जनगणना करवाने के पास पैसा है यह सरकार का दोहरा चरित्र है जिसके खिलाफ हम लोग आज आंदोलन कर रहे हैं।