बिहार विधान परिषद चुनाव : सात में से तीन सीटों पर लड़ेगी राजद, उम्मीदवारों की घोषणा की

5/31/2022 12:05:42 AM

पटना, 30 मई (भाषा) बिहार विधान परिषद की सात सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के वास्ते प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सोमवार को तीन सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की।

राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मोहम्मद कारी सोहैब, मुन्नी रजक और अशोक कुमार पांडेय के नामों की घोषणा करते हुए कहा कि उम्मीदवारों का चयन समाज के सभी वर्ग की सहभागिता के प्रति राजद की प्रतिबद्धता के अनुरूप किया गया है।

सोहैब वर्तमान में पार्टी की राज्य युवा शाखा के प्रमुख हैं, जबकि रजक एक दलित महिला हैं जो कि राजद के महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश महासचिव हैं अपना जीवन यापन दूसरों के कपड़े धोकर करती हैं। पांडेय रोहतास जिले के एक ब्राह्मण राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं जिन्हें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के प्रति वफादार माना जाता है।

एक संवाददाता सम्मेलन में उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए जगदानंद सिंह ने कहा कि पार्टी केवल इन तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

उन्होंने भाजपा नीत राजग पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘केवल राजद ही ऐसा शासन प्रदान कर सकता है जिसमें बुलडोजर का आतंक न हो और आम लोग गरिमा के साथ रह सकें।’’
पार्टी के पूर्व विधायक और प्रवक्ता शक्ति यादव जो प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे, ने कहा कि मुन्नी रजक की उम्मीदवारी पूर्व राजद सांसद भगवती देवी की याद दिलाती है जो पत्थर तोडने वाली थीं जिनकी राजनीति के क्षेत्र में प्रतिभा को राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद ने परखा था।

यादव ने कहा, ‘‘हम लोहिया के राजनीतिक वंशज हैं जिन्होंने एक महारानी (ग्वालियर की राजमाता विजयराजे सिंधिया) के खिलाफ एक मेहतरानी को मैदान में उतारा था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी उन सभी लोगों के लिए स्वाभाविक पसंद है जो मौजूदा राजनीतिक माहौल से असहज हैं जिसमें धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यकों को धमकाया जा रहा है।’’
जिन सात सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें से पांच वर्तमान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के पास हैं। एक सहयोगी भाजपा के पास और एक निष्कासित मंत्री मुकेश सहनी के पास है जो विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख हैं।

बिहार में सत्ताधारी राजग ने अभी तक अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं की है।

विशेष रूप से जदयू के पांच एमएलसी दो कमर आलम और रणविजय सिंह राजद के टिकट पर चुने गए थे लेकिन 2020 के विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री की पार्टी में शामिल हो गए थे।

सहनी जिन्हें भाजपा के कहने पर सरकार में शामिल किया गया था और बाद में उसके कहने पर बाहर कर दिया गया था, भगवा पार्टी के तत्तकालीन एमएलसी विनोद नारायण झा जो अब विधायक हैं, द्वारा खाली की गई सीट पर चुने गए थे ।


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PTI News Agency

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