Muslim Community को मिला सम्मान और सुरक्षा, Nitish Kumar बोले — अब किसी को नहीं रहने देंगे हाशिए पर

Sunday, Oct 26, 2025-07:21 AM (IST)

पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वर्ष 2005 से पहले बिहार में मुस्लिम समुदाय के लिए कोई ठोस काम नहीं होता था, बल्कि उन्हें सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन 2005 में सरकार बनने के बाद से मुस्लिम समाज के विकास के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं।

“अब मुस्लिम समाज को मिल रहा है उनका पूरा हक” — CM Nitish Kumar

नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष की सरकारों के कार्यकाल में सांप्रदायिक झगड़े आम बात थे, लेकिन उनकी सरकार आने के बाद से राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द और शांति कायम हुई है। उन्होंने कहा — “हमारी सरकार ने मुस्लिम समुदाय के हितों की रक्षा की है और हर क्षेत्र में उन्हें समान अवसर दिया है। अब किसी के साथ भेदभाव नहीं होता।”

306 गुना बढ़ा अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का बजट

मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2025-26 में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के बजट में 306 गुना वृद्धि करते हुए 1080.47 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार की समान विकास नीति का परिणाम है, जिसमें समाज के हर वर्ग को बराबर सम्मान दिया गया है।

कब्रिस्तानों की सुरक्षा से लेकर मदरसों तक — इन योजनाओं का हुआ जिक्र

सीएम नीतीश कुमार ने बताया — वर्ष 2006 से संवेदनशील कब्रिस्तानों की घेराबंदी की जा रही है। अब तक 8,000 से अधिक कब्रिस्तानों की सुरक्षा दीवारें बन चुकी हैं।1,273 नए कब्रिस्तानों को घेराबंदी के लिए चिन्हित किया गया, जिनमें से 746 का कार्य पूरा हो चुका है। मदरसों का निबंधन (registration) कर उन्हें सरकारी मान्यता दी गई है। मदरसा शिक्षकों को सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन दिया जा रहा है।

मुस्लिम महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष योजनाएं

नीतीश कुमार ने कहा कि मुस्लिम परित्यक्ता और तलाकशुदा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वर्ष 2007 से 10,000 रुपये की सहायता राशि दी जा रही थी, जिसे अब 25,000 रुपये कर दिया गया है।
इसके अलावा,‘तालीमी मरकज’ और ‘हुनर योजना’ के जरिए शिक्षा और रोजगार को बढ़ावा दिया गया है। मुस्लिम छात्रों के लिए छात्रवृत्ति, मुफ्त कोचिंग, छात्रावास और अनुदान योजनाएं चलाई जा रही हैं। युवाओं को ‘मुख्यमंत्री उद्यमी योजना’ से स्वरोजगार शुरू करने में मदद दी जा रही है।

भागलपुर दंगा पीड़ितों को न्याय और मुआवजा

सीएम ने याद दिलाया कि वर्ष 1989 के भागलपुर दंगों में उस समय की सरकारें विफल रहीं, लेकिन नीतीश सरकार ने सत्ता में आने के बाद दंगा जांच आयोग गठित किया, दोषियों पर कार्रवाई की, और पीड़ित परिवारों को मुआवजा व पेंशन दी। उन्होंने कहा, “पहले कितना हिन्दू-मुस्लिम झगड़ा होता था, आज बिहार में शांति और भाईचारा कायम है।”

वोट बैंक की राजनीति पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा — “चुनाव आते ही कुछ लोग खुद को मुस्लिम समाज का हितैषी बताने लगते हैं। लेकिन ये सब छलावा है। उन्होंने कभी मुस्लिम समाज को वास्तविक हिस्सेदारी नहीं दी।” उन्होंने जनता से अपील की — “किसी भ्रम में न रहें। हमारी सरकार ने आपके लिए जो काम किए हैं, उसी के आधार पर तय करें कि वोट किसे देना है।”


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Ramanjot

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