Chhath Puja पर सियासी संगम: नीतीश पहुंचे चिराग के घर, खरना प्रसाद के साथ बढ़ी नजदीकियां!
Sunday, Oct 26, 2025-07:14 PM (IST)
Chhath Puja: छठ महापर्व की रौनक के बीच बिहार की राजनीति में भी एक दिलचस्प तस्वीर सामने आई है। मुख्यमंत्री Nitish Kumar रविवार शाम केंद्रीय मंत्री Chirag Paswan के घर पहुंचे और kharna का प्रसाद ग्रहण किया। यह मुलाकात सिर्फ त्योहार की बधाई नहीं, बल्कि एनडीए (NDA) की एकजुटता का संदेश भी देती नजर आई।
Nitish Kumar और Chirag Paswan की मुलाकात का राजनीतिक संदेश
छठ पूजा के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चिराग पासवान के घर जाना राजनीतिक हलकों में बड़ा संकेत माना जा रहा है। लंबे समय से दोनों नेताओं के बीच रिश्ते ठंडे पड़ चुके थे, लेकिन इस मुलाकात ने समीकरणों को फिर से गर्मा दिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मुलाकात आने वाले Bihar Election 2025 से पहले NDA unity को मजबूत करने का प्रयास है।
जब चिराग ने उठाए थे सवाल नीतीश सरकार पर
कुछ महीने पहले चिराग पासवान ने राज्य में बढ़ते अपराध और Law and Order को लेकर नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि “बिहार में पुलिस अपराधियों के आगे नतमस्तक है” और यह भी कहा था कि उन्हें दुख है कि वह “ऐसी सरकार का समर्थन कर रहे हैं।”
उस वक्त से दोनों नेताओं के बीच तनाव बढ़ गया था, जिससे एनडीए के भीतर असहजता देखी गई थी।
Election से पहले ‘Soft Corner’ दिखा रहे हैं Chirag Paswan?
हाल ही में एक इंटरव्यू में जब चिराग से मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा— “हम अपने वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव की ओर बढ़ रहे हैं।” यह बयान पहले की तुलना में कहीं ज्यादा सौम्य है और संकेत देता है कि अब एलजेपी (LJP) और जेडीयू (JDU) के बीच रिश्ते सुधरने की दिशा में हैं।
JDU-LJP रिश्तों में नई गर्माहट
रामविलास पासवान के दौर से ही जेडीयू और एलजेपी के रिश्ते कभी बहुत सहज नहीं रहे। लेकिन अब चिराग और नीतीश की यह नजदीकी आगामी चुनाव से पहले एक बड़ा राजनीतिक संकेत मानी जा रही है। इस मुलाकात को कई लोग “symbolic unity” के रूप में देख रहे हैं, जो बिहार की राजनीति में नई तस्वीर पेश कर रही है।
छठ पर्व बना सियासी सेतु
Chhath Puja बिहार की संस्कृति और आस्था का सबसे बड़ा पर्व है, लेकिन इस बार यह सियासत के बीच एक सेतु की तरह काम करता दिख रहा है। नीतीश कुमार और चिराग पासवान की मुलाकात ने जहां राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, वहीं एनडीए खेमे के भीतर इसे एक “positive optics” माना जा रहा है।

