Nitin Nabin BJP: चार बार के विधायक, बिहार सरकार में मंत्री, और युवा नेता... जानिए कौन है BJP के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन
Sunday, Dec 14, 2025-05:56 PM (IST)
Nitin Nabin BJP: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने संगठन को नई ताकत देने के लिए महत्वपूर्ण फैसला लिया है। पार्टी के संसदीय बोर्ड ने बिहार सरकार में मंत्री और पटना की बांकीपुर विधानसभा सीट से विधायक नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। जेपी नड्डा के कार्यकाल के बाद यह पद महत्वपूर्ण हो गया था, और नितिन नवीन की ताजपोशी को पार्टी के संगठनात्मक विस्तार और युवा नेतृत्व को बढ़ावा देने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
राजनीतिक विरासत से प्रेरित सफर: पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे!
नितिन नवीन का जन्म 23 मई 1980 को पटना में हुआ। उनके पिता स्वर्गीय नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और जेपी आंदोलन से जुड़े रहे। वे बिहार विधानसभा के सदस्य भी रह चुके थे। पिता के निधन के बाद नितिन नवीन ने सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने पार्टी के विभिन्न स्तरों पर काम किया, जिसमें भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) की जिम्मेदारियां और राष्ट्रीय महामंत्री जैसे पद शामिल हैं। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें पार्टी में तेजी से ऊपर उठाया।
चुनावी सफलता की मिसाल: चार बार विधायक बने, 2020 में कांग्रेस के बड़े नेता को दी मात!
नितिन नवीन ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत शानदार तरीके से की। 2006 में उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने। इसके बाद 2010, 2015 और 2020 में लगातार बांकीपुर सीट से जीत दर्ज की। 2020 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता लव सिन्हा को भारी मतों से हराया। वर्तमान में वे बिहार सरकार में महत्वपूर्ण विभाग संभाल रहे हैं, जिसमें पहले सड़क निर्माण और अब अन्य जिम्मेदारियां शामिल हैं।
पार्टी स्तर पर उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों, खासकर सिक्किम और छत्तीसगढ़ में प्रभारी के रूप में उल्लेखनीय काम किया, जिसकी पार्टी नेतृत्व ने खूब सराहना की। नितिन नवीन को युवा, ऊर्जावान और संगठन के कुशल प्रबंधक के रूप में जाना जाता है।
यह नियुक्ति बीजेपी के लिए नई ऊर्जा का संचार करेगी और आने वाले चुनावी चुनौतियों में पार्टी को मजबूत बनाएगी। नितिन नवीन की यह नई भूमिका बिहार से राष्ट्रीय राजनीति तक उनकी पहुंच को दर्शाती है।

