Bihar...बिहार के स्वास्थ्य संस्थानों की गुणवत्ता बढ़ाने पर दिया जा रहा जोर: मंत्री मंगल पांडेय
Wednesday, Dec 25, 2024-04:31 PM (IST)
पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने आज कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर आधारभूत संरचनाओं की मौजूदगी और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की मदद से आम समुदाय को बेहतर इलाज प्रदान करने पर जोर दिया जा रहा है।
'दिसंबर माह में भी एनक्यूएएस का असेसमेंट जारी है...'
पांडेय ने बुधवार को बताया कि स्वास्थ्य संस्थानों में मौजूद सेवाओं को दुरुस्त करने पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी आयुष्मान भारत- हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को नेशनल क्वालिटी एश्यूरेंस स्टैंडर्ड (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण के तहत मूल्यांकन के बाद सर्टिफिकेट प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है। एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन के लिए स्वास्थ्य संस्थानों को कई मानकों पर जांच की जाती है। इसी क्रम में नवंबर माह में राज्य के 38 आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का मूल्यांकन किए जाने के बाद इसे राज्य स्तरीय एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन प्रदान किया गया है। दिसंबर माह में भी एनक्यूएएस का असेसमेंट जारी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा एचडब्ल्यूसी का एनक्यूएएस प्रमाणीकरण हो सके।
'स्वास्थ्य संस्थानों की गुणवत्ता को बढ़ाने पर दिया जा रहा ध्यान'
पांडेय ने कहा कि इस क्रम में इनमें अस्पताल द्वारा सेवा प्रदायगी, मरीज संतुष्टि, क्लिनिकल सर्विसेज, इनपुट, संक्रमण नियंत्रण, सपोर्ट सर्विसेज, गुणवत्तापूर्ण प्रबंधन, आउटपुट जैसे मानकों की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाता है। जिला स्तरीय स्वास्थ्य संस्थानों से समुदाय स्तर के स्वास्थ्य संस्थानों की गुणवत्ता को बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है। ताकि समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
'....बदलाव के साथ होगा स्वस्थ्य बिहार का निर्माण'
मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि जिला स्तर से लेकर समुदाय स्तर तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं लोगों तक पहुंच सकें। स्वास्थ्य सेवाओं की हर प्रकार से मानकों पर दुरुस्त किया जाये ताकि समुदाय के गरीब लोगों को बड़े अस्पतालों की तरह स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करायी जा सके। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर मिलने वाली गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं से गरीब तबके और समुदाय का विश्वास बढ़ेगा। स्वास्थ्य सूचकांकों में उल्लेखनीय बदलाव के साथ स्वस्थ्य बिहार का निर्माण होगा।