बिहार खेल विश्वविद्यालय की पहली परिषद बैठक में अहम फैसले, दो नए डिप्लोमा कोर्स शुरू

Tuesday, Apr 29, 2025-06:00 PM (IST)

पटना: बिहार खेल विश्वविद्यालय, राजगीर में आज 29 अप्रैल 2025 को विश्वविद्यालय के प्रथम एकेडमिक एवं एक्टिविटी परिषद (Academic and Activity Council) की प्रथम ऐतिहासिक बैठक का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद एकेडमिक मामलों में सर्वोच्च सांविधिक निकाय (Statutory Body) के रूप में एकेडमिक एवं क्रियाकलाप परिषद की यह पहली बैठक थी।

बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति सह एकेडमिक एवं एक्टिविटी परिषद के अध्यक्ष शिशिर सिन्हा भा.प्र.से. (1982 - R) ने की। विदित हो कि मुख्यमंत्री, बिहार-सह-कुलाधिपति, बिहार खेल विश्वविद्यालय के अनुमोदनोंपरांत खेल विभाग, बिहार सरकार के पत्रांक 15 दिनांक 20.01.2025 के द्वारा कुलपति की अध्यक्षता में बिहार खेल विश्वविद्यालय के लिए 09 सदस्यों की प्रथम एकेडमिक एवं एक्टिविटी परिषद का गठन किया गया है। 

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बैठक कुलसचिव-सह- परिषद के सदस्य सचिव रजनी कांत भा. प्रा. से. (से.नि.) द्वारा परिषद के सदस्यों के औपचारिक परिचय के साथ शुरू हुई। तत्पश्चात्,विश्वविद्यालय के कुलपति तथा एकेडमिक एवं एक्टिविटी परिषद के अध्यक्ष शिशिर सिन्हा, भा. प्रा. से. (से.नि.) ने सदस्यों को संबोधित किया। कुलपति ने बताया कि खेल विश्वविद्यालय की परिकल्पना मुख्यमंत्री की है और विश्वविद्यालय का पूरा प्रयास है कि यह मुख्यमंत्री के सपनों को साकार करने की दिशा में हर संभव प्रयास करें। 

विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक सह डीन निशिकांत तिवारी ने विश्वविद्यालय के अब तक की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जिसमें यूजीसी से मान्यता प्राप्त करना, ए.आई.यू. (Association of Indian Universities) की सदस्यता, और विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट https://bsur.bihar.gov.in का शुभारंभ शामिल है। 

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बैठक में निम्नांकित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए:

1. बैठक में शैक्षणिक सत्र 2025-26 से खेल प्रशिक्षण में स्नातकोत्तर डिप्लोमा  (एथलेटिक्स -20 सीट और क्रिकेट -20 सीट शुरू करने का निर्णय लिया गया। बैठक में इन पाठ्यक्रमों के लिए निर्धारित सिलेबस, परीक्षा स्कीम और ऑर्डिनेंस को अनुमोदित किया गया। विदित हो कि इन पाठ्यक्रमों के लिए सिलेबस और परीक्षा स्कीम मार्च 2025 में आयोजित राष्ट्रीय कॉन्क्लेव के दौरान विषय विशेषज्ञों ने तैयार किया था। इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता किसी भी विषय से स्नातक उत्तीर्ण तथा निर्धारित स्तर पर आयोजित खेलों में सहभागिता का प्रमाण पत्र होना चाहिए।

2. परिषद ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा अधिसूचित "स्नातक एवं स्नातकोत्तर डिग्री प्रदान करने हेतु विनियमन, 2025” को अपनाने का भी निर्णय लिया। आयोग का यह विनियमन किसी भी विश्वविद्यालय को साल में दो बार, जुलाई अगस्त और जनवरी-फरवरी, में नामांकन लेने के लिए अधिकृत करता है । साथ ही, नामांकित विद्यार्थियों के पास मल्टीप्ल एंट्री और एग्जिट ऑप्शन का विकल्प होगा। विनियमन के अनुसार, 40 क्रेडिट प्राप्त होने पर स्नातक प्रमाणपत्र, 80 क्रेडिट प्राप्त होने पर स्नातक डिप्लोमा तथा 120 क्रेडिट प्राप्त होने पर स्नातक की डिग्री दी जाएगी।

3. बैठक में परीक्षा नियंत्रक की अध्यक्षता में एक प्रशिक्षण प्रकोष्ठ (Training Cell) की स्थापना करने का निर्णय लिया गया। इस प्रकोष्ठ का मुख्य उद्देश्य राज्य के शारीरिक शिक्षा शिक्षकों एवं अन्य नामित एवं प्रतिनियुक्त मानव संसाधनों को गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण देना है।

4.इस बैठक में विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों जैसे एनएसएनआईएस पटियाला (NSNIS Patiala) द्वारा जारी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के समकक्ष घोषित करने हेतु राज्य सरकार से अनुरोध करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया।


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Content Writer

Ramanjot

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