बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की बैठक में लिए गए कई अहम फैसले, छात्रों और शिक्षकों को मिलेगा सीधा लाभ

Friday, Jun 27, 2025-08:37 PM (IST)

पटना:बिहार में संस्कृत शिक्षा को आधुनिक और रोजगारोन्मुख बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड, पटना की आज आयोजित बैठक में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए, जिनका उद्देश्य शिक्षकों की गुणवत्ता सुधारने, छात्रों की संख्या बढ़ाने और पाठ्यक्रम को आधुनिक स्वरूप देने पर केंद्रित रहा।

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बैठक की अध्यक्षता बोर्ड के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार झा ने की। इसमें संस्कृत शिक्षा की गुणवत्ता को उत्कृष्ट बनाने के लिए एक परीक्षा उपसमिति के गठन का निर्णय लिया गया।

शिक्षकों को मिलेगा प्रशिक्षण, छात्रों को योजनाओं का लाभ

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए DIET, BIET और SCERT के साथ MOU साइन किया जाएगा, ताकि शिक्षक प्रशिक्षित हों और शिक्षा का स्तर सुधरे।

इसके साथ ही संस्कृत विद्यालयों में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि छात्रों को मध्यान भोजन योजना, पोशाक, पुस्तक, साइकिल, छात्रवृत्ति जैसी राज्य सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी मिलना चाहिए। इसके लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखा जाएगा।

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संस्कृत शिक्षा होगी आधुनिक: कंप्यूटर और व्यवसायिक पाठ्यक्रम जोड़े जाएंगे

एक बड़े फैसले के तहत संस्कृत पाठ्यक्रम में अब कंप्यूटर और व्यवसायिक शिक्षा को भी शामिल किया जाएगा, जिससे छात्रों को आधुनिक तकनीक और रोजगार से जोड़ने में मदद मिलेगी। यह बदलाव पाठ्यक्रम को नई दिशा देगा।

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बोर्ड की वेबसाइट जल्द होगी लॉन्च

बैठक में यह भी घोषणा की गई कि बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट शीघ्र ही लॉन्च की जाएगी, जिससे सूचनाओं की पारदर्शिता और पहुंच बढ़ेगी।

बैठक में कई वरिष्ठ सदस्य और शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें विधायक विनय कुमार चौधरी, विधान पार्षद निवेदिता सिंह, एवं अन्य गणमान्य सदस्य शामिल थे।


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Ramanjot

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