JDU नेता के भड़काऊ बयान पर गरमाई बिहार की सियासतः नेता प्रतिपक्ष ने किया हमला तो RJD ने दी ये नसीहत
Friday, Jan 20, 2023-05:09 PM (IST)

पटना(अभिषेक कुमार सिंह): जेडीयू के नेता मौलाना गुलाम रसूल बलियावी के विवादित बयान पर बिहार की सियासत में बवाल मच गया है। जदयू की सहयोगी पार्टी राजद ने मौलाना गुलाम रसूल बलियावी को नसीहत दी है तो नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने उनके विवादित बयान पर हमला बोला है।
"कर्बला के नाम पर दहशत फैलाने वाले लोग पहले उसे समझें"
दरअसल, झारखंड में एक सभा के दौरान मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने विवादास्पद बयान दिया है। हजारीबाग में एक रैली के दौरान अपने भाषण में वो शब्दों की मर्यादा भूल गए। अपने भाषण के दौरान वे इतने उत्तेजित हो गए कि उस उत्तेजना में अपने-आपको संभाल नहीं सके और शहरों को कर्बला बना डालने की बात कह डाली। इस दौरान आयोजित एक सभा में उन्होंने बीजेपी से बर्खास्त नेता नुपूर शर्मा के खिलाफ जमकर आग उगला। जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि अपने बयान को स्वीकार करता हूं कि हमने कर्बला बना देंगे की बात कही है, लेकिन कर्बला शब्द को क्या लोगों ने समझा है। हम हुसैन वाले हैं यज़ीद वाले नहीं सब लुटा देंगे, लेकिन मानवता और इंसानियत को नहीं लूटने देंगे। कर्बला के नाम पर दहशत फैलाने वाले लोग पहले कर्बला को समझें।
नेता गुलाम रसूल बलियावी को राजद ने दी नसीहत
वहीं जेडीयू नेता गुलाम रसूल बलियावी द्वारा दिए गए बयान पर सहयोगी दल आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि हम सभी को भारत के संविधान में जो अधिकार मिला है। उसका सम्मान हम सभी को करना चाहिए हमें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। हम लोगों को न्यायालय के फैसले का इंतजार करना चाहिए। आरजेडी प्रवक्ता ने गुलाम रसूल बलियावी को नसीहत दी है और कहा है कि हम सभी को जज्बाती बातों पर ध्यान नहीं देना है। जज्बाती नारों से समस्या का समाधान नहीं होता है हमें संविधान का सम्मान करते हुए कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। इसके अलावा गुलाम रसूल बलियावी के बयान के बाद जदयू ने किनारा करते हुए कहा कि सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए और किसी भी तरह के बयानों से बचना चाहिए।
भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए ऐसा बयान देते रहते हैंः भाजपा
बता दें कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने गुलाम रसूल के बयान पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में हो रहे भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए ऐसा बयान देते रहते हैं। गौरतलब हो कि देश में लोकसभा चुनाव होने में अभी 500 दिन बचे हैं लेकिन नेता और पार्टियां अभी से ही धर्म और जाति की बात बोल कर वोटों को धुर्वीकरण करने में लगी है। अब देखना होगा कि धार्मिक और जातीय उन्माद राजनीतिक पार्टियों को कितना मिलता है ।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Related News
"आज भारतीय सेना को बारम्बार प्रणाम करने का अवसर", RJD सांसद मनोज झा ने की ''ऑपरेशन सिंदूर'' की तारीफ
