उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने किया बीज प्रसंस्करण इकाई का उद्घाटन, बोले– किसान बन रहे हैं सर्वदाता
Saturday, May 17, 2025-08:38 PM (IST)

मुजफ्फरपुर: आज मुजफ्फरपुर की पावन भूमि पर "किसान कल्याण संवाद सह युवा किसान सम्मान समारोह" का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता बिहार सरकार के उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने की। कार्यक्रम में सांसद वैशाली वीणा देवी, पंचायती राज मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता तथा कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल की उपस्थिति रही।
अपने संबोधन में उप मुख्यमंत्री ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को नमन करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में “जय जवान, जय किसान” के भाव को “जय अनुसंधान, जय नवाचार” के साथ जोड़कर किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि के अंतर्गत करोड़ों किसानों को हर वर्ष 6,000 रुपये की सीधी सहायता मिल रही है। साथ ही ड्रोन तकनीक, प्राकृतिक खेती और किसान उत्पादक संगठनों (FPO) के जरिए खेती को लाभ का व्यवसाय बनाया जा रहा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को "विकास पुरुष" बताते हुए कहा कि "जीविका", "हर खेत तक सिंचाई", और "कृषि रोडमैप" जैसी योजनाओं ने बिहार के किसानों को एक नई दिशा दी है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कृषि उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण, अनुदान और विपणन की योजनाएं चल रही हैं, जिससे गांवों में ही करोड़ों का व्यवसाय संभव हो रहा है।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि कृषि के लिए 1.85 लाख करोड़ का बजट अब तक का सबसे बड़ा आवंटन है, जो 2014 से पहले के मुकाबले चार गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि 15,000 एफपीओ का गठन, जैविक खेती के लिए 12,000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज, एग्री-स्टार्टअप फंड और डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन के तहत बजट में 200% की वृद्धि जैसे कदम किसानों को आधुनिक और आत्मनिर्भर बना रहे हैं।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री द्वारा मुशहरी, मुजफ्फरपुर में 500 मैट्रिक टन क्षमता वाली बीज प्रसंस्करण इकाई और गोदाम का उद्घाटन किया गया। उन्होंने राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र का भी भ्रमण किया और जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए लीची उत्पादन की नवीन तकनीकों का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। साथ ही बाजार समिति परिसर, अहियापुर का निरीक्षण किया गया।
किसानों से संवाद के दौरान नीरज कुमार ने मुजफ्फरपुर को मक्का उत्पादक जिला घोषित करने और मक्का आधारित उद्योग की स्थापना की मांग की। उन्होंने बताया कि वे 50 एकड़ में मक्का की खेती कर रहे हैं। सोनू निगम कुमार ने परवल की नई किस्म पर हो रहे अनुसंधान की जानकारी दी और सब्जी बीज वितरण योजना को पंचायत स्तर तक लाने का अनुरोध किया। राजेश रंजन ने प्राकृतिक खेती में गैर रैयत किसानों को प्राथमिकता देने की मांग की, वहीं राजू रंजन कुमार ने शेडनेट में खीरा उत्पादन के अनुभव साझा किए और खेती का लेखा-जोखा रखने की सलाह दी।
सिन्हा ने कहा कि आज बिहार का किसान केवल अन्नदाता नहीं, "सर्वदाता" बन रहा है। जैविक खेती, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन और बागवानी जैसे क्षेत्रों में बिहार देश को दिशा दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि सम्मानित किए गए युवा किसान हमारे भविष्य के नायक हैं। उनकी मेहनत, सोच और नवाचार बिहार की माटी को सोना बना रही है। कार्यक्रम के अंत में उप मुख्यमंत्री ने किसानों से आह्वान किया कि वे वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाएं, सरकार की योजनाओं से जुड़ें और अपने बच्चों को भी कृषि उद्यमिता में आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि यह संवाद एक जनांदोलन की शुरुआत है।