Patna Science City: साइंस सिटी के प्रथम गैलरी में प्रदर्श लगाने का कार्य पूर्ण, जल्द होगा उद्घाटन

Tuesday, Aug 19, 2025-10:43 PM (IST)

पटना: मोईन-उल-हक स्टेडियम के पास 20.5 एकड़ भूमि पर बन रही डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साइंस सिटी का स्वरूप अब धीरे-धीरे साकार हो रहा है। भवन निर्माण विभाग के तहत निर्माणाधीन इस परियोजना का सिविल वर्क लगभग पूरा हो चुका है। सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि प्रथम गैलरी (बी ए साइंटिस्ट्स गैलरी) में प्रदर्श लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, जबकि द्वितीय गैलरी (बेसिक साइंस गैलरी) में प्रदर्श अधिष्ठापन का कार्य तेजी से चल रहा है और इसे अगले एक सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा।

साइंस सिटी में कुल पांच गैलरियों का निर्माण किया जाना है – बी ए साइंटिस्ट्स गैलरी, बेसिक साइंस गैलरी, सस्टेनेबल प्लैनेट गैलरी, स्पेस एंड एस्ट्रोनॉमी गैलरी और बॉडी एंड माइंड गैलरी। इनका संयुक्त क्षेत्रफल करीब 7,725 वर्गमीटर होगा। इन गैलरियों में कुल 26 थीम पर आधारित 269 प्रदर्श लगाए जाएंगे, जिनमें से पहले चरण में 47 प्रदर्श स्थापित किए जा रहे हैं।

बी ए साइंटिस्ट्स गैलरी में हार्मोनिक स्ट्रिंग्स, 3डी जोइट्रोप, रिपल टैंक और स्टैंडिंग वेव्स जैसे रोचक प्रदर्श लगाए गए हैं। वहीं बेसिक साइंस गैलरी में दशमलव प्रणाली, बाइनरी सिस्टम, गोल्डन रेशियो, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिसिस जैसे आधुनिक विषयों पर आधारित प्रदर्श शामिल होंगे। इन प्रदर्शों का अधिष्ठापन नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम (एनसीएसएम) द्वारा क्रिएटिव म्यूजियम डिजाइनर्स (सीएमडी) के सहयोग से किया जा रहा है।

परियोजना की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए नियमित अनुश्रवण और स्थल निरीक्षण जारी है। भवन निर्माण विभाग के सचिव श्री कुमार रवि ने हाल ही में स्थल का निरीक्षण किया और शेष कार्यों को तेज़ी से पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रदर्श अधिष्ठापन के साथ-साथ साफ-सफाई और अन्य सुविधाओं के कार्य भी जल्द निपटाने पर बल दिया ताकि साइंस सिटी का उद्घाटन तय समय पर किया जा सके।

साइंस सिटी परिसर में 500 सीटों की क्षमता वाला अत्याधुनिक ऑडिटोरियम, 150 छात्रों और 3 शिक्षकों के लिए डोरमेटरी, कैफेटेरिया, वाहन पार्किंग, पेयजल, शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाएं भी तैयार की जा रही हैं। इसके अतिरिक्त परिसर में 4डी थियेटर, प्री-फंक्शनल हॉल और बहुउद्देशीय हॉल भी उपलब्ध रहेंगे।

एट्रियम को भी आकर्षक रूप देने के लिए विशेष प्रयास हो रहे हैं। यहां सेल्फी पॉइंट, डिजिटल पैनल और म्यूरल लगाए जा रहे हैं ताकि यह दर्शकों के लिए यादगार अनुभव बन सके।

यह साइंस सिटी राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश में विज्ञान और नवाचार का एक अनूठा केंद्र बनेगी। इसके खुलने से छात्रों और आम लोगों को विज्ञान की दुनिया को करीब से समझने और अनुभव करने का अवसर मिलेगा


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Ramanjot

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