दलित समाज में शिक्षा के प्रति बढ़ी जागरूकता, 95% से ज्यादा दाखिला आवेदनों का निष्पादन
Sunday, Jun 29, 2025-06:50 PM (IST)

पटना:बिहार में अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय के लोगों में अपने बच्चों को शिक्षित करने की ललक साफ दिखाई दे रही है। यही कारण है कि “डॉ. भीमराव अंबेडकर समग्र सेवा अभियान” के तहत राज्य के करीब 60 हजार दलित टोलों में आयोजित डॉ. भीमराव अंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत विशेष शिविरों में अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय के बच्चों का स्कूलों में दाखिले के लिए प्राप्त आवेदनों का निष्पादन त्वरित गति से किया गया है।
दलित समुदाय के बच्चों के स्कूलों में दाखिले के लिए विगत 14 अप्रैल से 25 जून के बीच सरकार को कुल एक लाख, 62 हजार, 174 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसमें शिक्षा विभाग ने एक लाख, 54 हजार, 715 आवेदनों का निष्पादन कर दिया गया है। जो प्राप्त कुल आवेदनों का 95.40 फीसद है। दलित समुदाय के बीच बच्चों शिक्षा बड़ी मांग के रूप में सामने आई है।
बिहार में अनुसूचित जाति और जनजाति समुदाय को लेकर यह धारणा रही है कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करने में रुचि नहीं दिखते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर विगत 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर 'डॉ. अंबेडकर समग्र सेवा अभियान' की जब शुरुआत की गई तो विशेष शिविरों में प्राप्त होने वाले आवेदनों से कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस अभियान के तहत राज्य में अनुसूचित जाति व जनजाति समुदाय के उत्थान के लिए चलाई जा रही कुल 20 व्यक्तिगत लाभ संबंधी योजनाओं को लेकर सभी दलित टोलों में आवेदन मांगे जा रहे हैं। विगत 25 जून तक इन शिविरों में कुल 38 लाख, 45 हजार, 979 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसमें 18 लाख, 42 हजार, 545 आवेदनों का निष्पादन कर दिया गया है।
आवेदनों के निष्पादन की औसत दर फिलहाल 47.91 फीसद दर्ज की गई है। दलित समुदाय के व्यक्तिगत लाभ से संबंधित सरकारी योजनाओं में बच्चों का स्कूलों में दाखिला, आंगनबाड़ी केंद्र, आयुष्मान स्वास्थ्य कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, जीविका समूह व सतत जीविकोपार्जन योजना, प्रधानमंत्री जन-धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत प्राप्त आवेदनों के निष्पादन की रफ्तार काफी तेज दिख रही है। इसी तरह आंगनबाड़ी केंद्रों से संबंधित आवेदनों के निष्पादन की दर 91.51 प्रतिशत दर्ज की गई है। आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए विगत 25 जून तक राज्यभर से कुल एक लाख, 17 हजार, 404 आवेदन समाज कल्याण विभाग को प्राप्त हुए हैं। इनमें इनमें एक लाख, 07 हजार, 570 आवेदनों का निष्पादन किया जा चुका है। जो प्राप्त कुल आवेदनों का 91.62 प्रतिशत है।