औरंगाबाद के डॉक्टरों का कमाल....वर्षों से बंद ICU को किया शुरू, कई मरीजों की बचाई जान

5/25/2021 7:45:48 PM

औरंगाबादः बिहार के औरंगाबाद जिले के सदर अस्पताल के डॉक्टरों एवं कुछ नर्सों ने कम संसाधन में पिछले चार वर्षों से बंद पड़े आईसीयू (इंटेसिव केयर यूनिट) को वेंटीलेटर सिस्टम के साथ शुरू कर देश के सामने एक मिसाल पेश की है।

औरंगाबाद सदर अस्पताल के डॉक्टरों एवं कुछ नर्सों ने दिल्ली अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स),के डॉक्टरों से ऑनलाइन तकनीकी मदद लेकर पिछले चार वर्षों से बंद पड़े आईसीयू को वेंटीलेटर सिस्टम के साथ शुरू कर दिया है, जिससे अब तक कई मरीजों की जान बचाई जा चुकी है। जिला प्रशासन एवं सदर अस्पताल के डॉक्टरों के सहयोग से डॉ. जनमेजय ने यह साबित कर दिया है कि इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है। इस कोरोना संकट में कोविड मरीजों के लिए बहुत बड़ा संकट था आईसीयू वेंटीलेटर का ना होना, लेकिन अब यह सुविधा सदर अस्पताल में शुरू हो गई है।

सदर अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सा प्रभारी सह आईसीयू प्रभारी डॉक्टर जनमेजय ने बताया कि कोरोना काल में मरीजों को लेकर जो स्थिति उत्पन्न हुई थी वह बेहद ही चिंताजनक थी, लेकिन तमाम मुश्किलों के सामने जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल, स्वास्थ्य कर्मचारी एवं जिला प्रशासन डटे रहें और उनके चौतरफा प्रयास से विशेषकर औरंगाबाद के सिविल सर्जन के द्वारा एक टीम तैयार की गई, जिसमें इंजीनियर एवं कई गेजेट्स के सहयोग से मुश्किलों को पार किया गया। इसके बाद 10 मई 2021 को औरंगाबाद सदर अस्पताल में आईसीयू वेंटीलेटर की शुरुआत की गई और तब से लेकर 24 मई 2021 तक 15 मरीजों को यहां भर्ती कराया गया, जिसमें कई लोग ठीक भी हुए हैं।

डॉ. जनमेजय ने बताया कि औरंगाबाद जिले में आईसीयू वेंटीलेटर शुरू करवाने में दिल्ली एम्स के चिकित्सकों का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली एम्स में कार्यरत खासकर संजीव कुमार घोई जो एक विशेषज्ञ चिकित्सक हैं, इनका ट्रामा सेंटर और कोविड सेंटर में विशेष अनुभव प्राप्त है। इस दौरान घोई के द्वारा औरंगाबाद सदर अस्पताल मेडिकल टीम को वर्चुअल ट्रेनिंग एवं कोविड मरीजों की देख रेख का उचित मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है।


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Ramanjot

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