क्या कांग्रेस में शामिल होंगे प्रशांत किशोर? बिहार चुनाव में करारी हार के बाद प्रियंका गांधी से मिले जन सुराज के सूत्रधार; सियासी अटकलें तेज
Monday, Dec 15, 2025-12:33 PM (IST)
Prashant Kishor News: जनसुराज पार्टी के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को लेकर राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर चर्चाएं तेज हो गई हैं। हाल ही में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) से उनकी मुलाकात के बाद यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या प्रशांत किशोर कांग्रेस (Congress) में शामिल होने जा रहे हैं। यह मुलाकात ऐसे समय हुई है जब बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के नतीजों ने कई राजनीतिक समीकरणों को उलट-पुलट कर दिया है।
बिहार चुनाव के बाद बदले राजनीतिक संकेत
बिहार विधानसभा चुनाव में जनसुराज पार्टी (Jan Suraj) का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पार्टी एक भी सीट जीतने में असफल रही और 238 में से 236 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इस नतीजे ने प्रशांत किशोर की राजनीतिक रणनीति और भविष्य की दिशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस का प्रदर्शन भी कमजोर रहा। पार्टी 61 सीटों में से सिर्फ 6 सीटें जीत पाई, जबकि 2020 के चुनाव में उसे 19 सीटें मिली थीं। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों पक्ष अपने-अपने राजनीतिक संकट से उबरने के लिए नए विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
प्रियंका गांधी से मुलाकात के क्या हैं मायने?
प्रशांत किशोर और प्रियंका गांधी की यह बैठक बिहार चुनाव के लगभग एक महीने बाद हुई, जिस वजह से इसे केवल राजनीतिक शिष्टाचार नहीं माना जा रहा। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह मुलाकात संभावनाओं को टटोलने और भविष्य की रणनीति पर विचार करने की दिशा में एक अहम कदम हो सकती है। हालांकि कांग्रेस सूत्र इसे सामान्य राजनीतिक विमर्श बता रहे हैं, लेकिन अंदरखाने इसे प्रशांत किशोर के कांग्रेस में संभावित प्रवेश से जोड़कर देखा जा रहा है।
गांधी परिवार से पुराना है रिश्ता
प्रशांत किशोर और गांधी परिवार के संबंध पहले से रहे हैं। 2021 में जेडीयू से निष्कासन के बाद किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व से संपर्क किया था और पार्टी को मजबूत करने के लिए एक विस्तृत रोडमैप पेश किया था। अप्रैल 2022 में सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। उस बैठक में संगठनात्मक सुधार, चुनावी रणनीति और नेतृत्व ढांचे पर गहन चर्चा हुई थी। उस समय भी कयास लगाए गए थे कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं, हालांकि तब बात आगे नहीं बढ़ पाई।

