Littipara Assembly Seat: क्या इस बार जेएमएम के गढ़ लिट्टीपाड़ा को तोड़ पाएगी बीजेपी? ।। Jharkhand Election 2024
Friday, Sep 27, 2024-01:39 PM (IST)
Littipara Assembly Seat: झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में से एक लिट्टीपाड़ा सीट भी शामिल है। पाकुड़ जिले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र राजमहल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। झारखंड राज्य के निर्माण के बाद अगर बात करें विधानसभा चुनाव के बारे में तो इस सीट पर साल 2005 से लेकर अब तक जेएमएम का ही कब्जा रहा है।
2005 में सुशीला हांसदा यहां से विधायक चुनी गईं तो 2009 में सिमोन मरांडी और 2014 में अनिल मुर्मू चुनाव जीते जबकि 2017 में हुए उपचुनाव में भी जेएमएम के साइमन मरांडी ने भाजपा के हेमलाल मुर्मू को 12 हजार नौ सौ वोटों से हराया था। वहीं जेएमएम कैंडिडेट दिनेश विलियम मरांडी ने 2019 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी।
साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में जेएमएम कैंडिडेट दिनेश विलियम मरांडी ने 66 हजार छह सौ 75 वोट लाकर जीत हासिल किया था। वहीं बीजेपी कैंडिडेट डेनियल किस्कू ने 52 हजार सात सौ 72 वोट लाकर दूसरा स्थान हासिल किया था। इस लिहाज से दिनेश विलियम मरांडी ने डेनियल किस्कू को 13 हजार नौ सौ तीन वोट के मार्जिन से हरा दिया था। वहीं जेवीएम कैंडिडेट रस्का हेम्ब्रम सात हजार एक सौ 95 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
साल 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट पर जेएमएम के अनिल मुर्मू ने बीजेपी के सिमोन मरांडी को 25 हजार 83 वोटों से हराकर जीत का परचम लहराया था। अनिल मुर्मू को कुल 67 हजार एक सौ 94 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के सिमोन मरांडी को कुल 42 हजार एक सौ 11 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के शिवचरण मालतो को कुल 12 हजार चार सौ 34 वोट मिले थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर जेएमएम के सिमोन मरांडी ने कांग्रेस के अनिल मुर्मू को 5 हजार तीन सौ 97 वोटों से हराकर जीत हासिल की थी। सिमोन मरांडी को कुल 29 हजार आठ सौ 75 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के अनिल मुर्मू को कुल 24 हजार चार सौ 78 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे बीजेपी के ठाकुर हांसदा को 18 हजार आठ सौ 42 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
झारखंड बनने के बाद इस सीट पर हुए विधानसभा चुनाव परिणामों का विश्लेषण करें तो इस सीट पर 2005 से लेकर 2019 के विधानसभा चुनाव तक निरंतर जेएमएम का ही कब्जा रहा है। ऐसे में ये देखना अहम होगा कि क्या इस बार बीजेपी और आजसू का गठबंधन जेएमएम के इस मजबूत गढ़ को तोड़ पाने में सफल होगी या नहीं।