Bihar Election 2025: वक्फ कानून पर ‘इंडिया' गठबंधन का रुख हुआ कड़ा, तेजस्वी- दीपांकर बोले- सत्ता में आने पर...
Monday, Oct 27, 2025-11:04 AM (IST)
Bihar Election 2025: बिहार में चुनावी सरगर्मियों के बीच रविवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम पर ‘इंडिया' गठबंधन का रुख और कड़ा होता दिखा, जहां तेजस्वी यादव और प्रमुख सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)-मार्क्सवादी लेनिनवादी (माले) के नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने सत्ता में आने पर इस कानून को लागू नहीं करने का संकल्प दोहराया।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और विधान परिषद के सदस्य अब्दुल कारी साहेब द्वारा वक्फ कानून को “टुकड़े-टुकड़े कर फेंकने” की धमकी पर उठे विवाद के एक दिन बाद तेजस्वी ने सीमांचल की चुनावी सभाओं में कहा कि नई सरकार बनने पर इस विवादित कानून को “कूड़ेदान में डाल दिया जाएगा”। मुस्लिम बहुल उत्तर-पूर्वी बिहार के जिलों में आयोजित सभाओं में शामिल कटिहार में तेजस्वी को कांग्रेस के स्थानीय सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर का समर्थन मिला। अनवर ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, “वक्फ पर तेजस्वी के रुख का कांग्रेस पूरा समर्थन करती है। कांग्रेस हमेशा से इस विधेयक के खिलाफ रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ खड़ी अन्य हस्तियां भी, जैसे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, इसका विरोध करती आई हैं।”
बिहार में वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लागू नहीं होने देंगे- भाकपा (माले)
भाकपा (माले) लिबरेशन के राष्ट्रीय महासचिव भट्टाचार्य ने इसी बीच राजधानी पटना में अपनी पार्टी का घोषणापत्र ‘परिवर्तन संकल्प पत्र' जारी किया और कहा, “बिहार में वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लागू नहीं होने देंगे। हाल के दिनों में केंद्र द्वारा लाए गए ऐसे सभी कानून, जो संविधान में निहित संघीय ढांचे के विरुद्ध रहे हैं, उन्हें भी लागू नहीं होने देंगे।” वामपंथी नेता ने अप्रैल 2016 से लागू पूर्ण शराबबंदी कानून को ‘‘ढोंग'' करार देते हुए कहा कि ‘इंडिया' गठबंधन की सरकार बनी तो इस कानून की ‘‘समग्र समीक्षा'' की जाएगी। राज्य की महिलाओं के बीच लोकप्रिय समझे जाने वाले इस कानून को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं और अवैध शराब से होने वाली मौतों व भारी मात्रा में शराब जब्ती से इसके क्रियान्वयन पर प्रश्नचिह्न लगा है। वहीं बिहार की राजनीति में कदम रख रही ‘जन सुराज पार्टी' के प्रमुख प्रशांत किशोर ने घोषणा करते हुए कहा कि अगर उनकी एक साल पुरानी पार्टी सत्ता में आई तो “यह फर्जी शराबबंदी कानून सरकार बनते ही खत्म कर दिया जाएगा और प्राप्त राजस्व का उपयोग राज्य के विकास में होगा।”
इस बीच कांग्रेस ने खुलासा किया कि छठ महापर्व के बाद राहुल गांधी के बिहार आगमन के साथ चुनावी रफ्तार तेज होगी। कांग्रेस के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने बताया कि राहुल गांधी “29 और 30 अक्टूबर” को राज्य में रहेंगे तथा प्रियंका गांधी वाद्रा व पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे सहित अन्य दिग्गज नेताओं की रैलियों की भी तैयारी है। राजग पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैलियों के साथ प्रचार में बढ़त ले चुका है। मोदी 30 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर, छपरा और दो नवंबर को भोजपुर व नवादा में रैलियां करेंगे। इसके बाद वह राजधानी पटना में रोड शो में शामिल होंगे।

