RJD को 2025 चुनाव से पहले झटका? दो विधायकों की बगावत से तेजस्वी यादव टेंशन में!

Thursday, Feb 20, 2025-08:37 PM (IST)

नवादा: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में हलचल तेज हो गई है। नवादा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के 'कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम' से पहले एक ऐसा पोस्टर सामने आया है जिसने राजनीति में खलबली मचा दी है। इस पोस्टर में जिले के दो आरजेडी विधायकों—विभा देवी (नवादा विधायक) और प्रकाश वीर (रजौली विधायक)—की तस्वीर गायब है। इससे कयास लगाए जा रहे हैं कि ये दोनों विधायक पार्टी से अलग हो सकते हैं या किसी नई रणनीति की तैयारी में हैं। नवादा में आरजेडी जिलाध्यक्ष उदय यादव ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि दोनों विधायक पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी उम्मीदवार का समर्थन नहीं किया था और विश्वासघात किया था। यही कारण है कि उन्हें पार्टी के कार्यक्रमों से बाहर रखा गया है।

न पार्टी मीटिंग में आते, न कार्यक्रम में शामिल होते!

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, विधायक विभा देवी और प्रकाश वीर न सिर्फ पार्टी की बैठकों से दूरी बनाए हुए थे, बल्कि किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहे थे। ऐसे में उनकी गैर-मौजूदगी ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या वे RJD छोड़कर किसी अन्य दल, खासकर BJP, में जाने की तैयारी कर रहे हैं? राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि ये दोनों विधायक भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो सकते हैं। हालांकि अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन बिहार की राजनीति में यह कोई नई बात नहीं है कि चुनाव से पहले समीकरण बदलते रहते हैं।

तेजस्वी यादव के फैसले पर टिकी सबकी निगाहें

इस पूरे घटनाक्रम पर पार्टी के वरिष्ठ नेता श्रवण कुशवाहा ने कहा कि अंतिम निर्णय तेजस्वी यादव लेंगे। पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता और नेता संवाद कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे, लेकिन इन दो विधायकों की गैर-मौजूदगी पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

नवादा में RJD हमेशा से मजबूत रही है। विधायक विभा देवी पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी हैं, जो लालू यादव के करीबी रहे हैं और नवादा में उनकी गहरी पकड़ मानी जाती थी। हालांकि, रेप केस में जेल जाने के बाद उनका राजनीतिक दबदबा कम हुआ है, लेकिन उनके परिवार का प्रभाव अभी भी बना हुआ है। ऐसे में विभा देवी और प्रकाश वीर की संभावित बगावत RJD के लिए बड़ा झटका साबित हो सकती है।

क्या RJD में और टूट के संकेत?

अगर ये दोनों विधायक पार्टी छोड़ते हैं तो यह RJD के लिए बड़ा नुकसान हो सकता है, क्योंकि चुनाव से पहले पार्टी में किसी भी तरह की टूट उसकी रणनीति को कमजोर कर सकती है। अब सबकी निगाहें तेजस्वी यादव पर टिकी हैं कि वे इन बागी विधायकों पर क्या फैसला लेते हैं। बिहार की राजनीति में कब क्या हो जाए, कहना मुश्किल है। लेकिन एक बात तय है कि 2025 के चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरण और भी बदल सकते हैं!


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Content Writer

Ramanjot

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