बिहार के सरकारी स्कूलों में साल में दो बार होगी रैंकिंग, ACS डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी डीईओ को दिया आदेश
Wednesday, Sep 18, 2024-12:51 PM (IST)
पटनाः बिहार के सरकारी स्कूलों में साल में दो बार क्रमशः नवम्बर एवं मार्च में रैंकिंग कराई जाएगी। शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने को लेकर यह निर्णय लिया है। यह रैंकिग गतिविधियों के आधार पर की जाएगी। रैंकिंग के लिए कुल 100 अंक तय किए गए। वहीं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने इस संबंध में सभी जिला पदाधिकारियों को आदेश जारी किया है।
डॉ. एस सिद्धार्थ द्वारा जारी पत्र में लिखा, "शिक्षा विभाग, बिहार सरकार राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने एवं विद्यार्थियों के समग्र विकास हेतु प्रतिबद्ध है। इस संबंध में विद्यालयों में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका बच्चों के समग्र विकास को सकारात्मक दिशा प्रदान करती है। विद्यार्थियों के शैक्षणिक उपलब्धि के साथ-साथ उनके सामाजिक एवं भावनात्मक व्यवहार का परिमार्जन आवश्यक है। राज्य के सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विद्यालय एवं शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए शिक्षा विभाग द्वारा सभी विद्यालयों का वर्ष में दो बार क्रमशः नवम्बर एवं मार्च में रैंकिंग कराने का निर्णय लिया गया है।
इस संबंध में अधोहस्ताक्षरी के पत्रांक-96/ गो. दिनांक 08.08.2024 द्वारा "शिक्षक मार्ग-दर्शिका" निर्गत किया गया है, जिसमें शिक्षा की गुणवत्ता कैसे उत्कृष्ट हो, इसके लिए विस्तृत दिशा-निर्देश हैं। उसी क्रम में विद्यालयों के रैंकिंग के लिए प्राथमिक / मध्य तथा माध्यमिक / उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए अलग-अलग रैंकिंग के लिए प्रपत्र तैयार किए गए हैं, जिसमें विद्यालयों में संचालित विभिन्न गतिविधियों यथा-शिक्षण और अधिगम, संसाधन उपयोग, साफ-सफाई, स्वच्छता, शिकायत निवारण, सह-शैक्षणिक गतिविधिया इत्यादि के लिए भारांक तय किए गए हैं, जिसका कुल योग 100 है। उक्त रैंकिंग की प्रविष्टि सभी शिक्षकों के वार्षिक मूल्यांकन प्रतिवेदन में बाध्यकारी रूप से की जाएगी।
अपर मुख्य सचिव ने अनुरोध किया कि इसकी प्रति सभी प्रधानाध्यापकों / प्रभारी, प्रधानाध्यापकों को व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु वितरित कराना सुनिश्चित करेंगे तथा इस विषय के महत्व एवं संवेदनशीलता के मद्देनजर इसकी प्रति सभी शिक्षकों / प्रधानाध्यापकों / प्रभारी, प्रधानाध्यापकों को उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें।