NICE 2025: लगातार चौथी बार IIT दिल्ली ने जीती ट्रॉफी, प्रणिका और सीरत बनीं क्रॉसवर्ड क्वीन
Wednesday, Sep 10, 2025-08:41 PM (IST)

नई दिल्ली:देश के सबसे तेज और होनहार क्रॉसवर्ड धुरंधरों ने नेशनल इंटर कॉलेज क्रॉसवर्ड एक्सपीडिशन (NICE) 2025 ग्रैंड फिनाले में अपनी बुद्धि, और टीमवर्क का शानदार प्रदर्शन किया। दो दिनों तक चले इस रोमांचक आयोजन में आईआईटी दिल्ली, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी मद्रास, सेंट स्टीफेंस कॉलेज, जेएनयू, एलएनसीटी सहित देशभर के 23 शीर्ष कॉलेजों की टीमों ने कई चरणों – लिखित प्रारंभिक दौर, चुनौतीपूर्ण एक्स्ट्रा-सी राउंड, चार क्वार्टर फाइनल, दो सेमीफाइनल और भव्य फाइनल – में कड़ी प्रतिस्पर्धा की।
अंतिम चरण में बाज़ी मारी आईआईटी दिल्ली की प्रणिका सीनम और सीरत कौर ने, जिन्होंने विजेता ट्रॉफी अपने नाम की और लगातार चौथे वर्ष आईआईटी को गौरवान्वित किया। दूसरे स्थान पर रहे आईआईटी गुवाहाटी के रुचिरा जोशी और चिन्मयी पिलामारापु, जबकि सास्त्रा यूनिवर्सिटी के अनन्या मिश्रा और यसस्वी मोक्कापति ने तीसरा स्थान हासिल किया।
दो दिवसीय इस उत्सव में सरकार, शिक्षा जगत और प्रशासन से जुड़े कई प्रतिष्ठित अतिथि उपस्थित रहे और सभी ने इस मंच की सराहना की, जो युवा पीढ़ी में आलोचनात्मक सोच, भाषाई दक्षता और सामूहिक समस्या-समाधान की क्षमता को विकसित करता है।
कार्यक्रम में उपस्थित पंकज मिश्रा, आयकर आयुक्त (IRS), सदस्य, CBDT ने कहा, “क्रॉसवर्ड केवल पहेलियाँ नहीं हैं; ये मानसिक व्यायामशाला हैं जो तर्क, स्मृति और रचनात्मकता को धार देती हैं। हमारे युवा वैश्विक स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं, यह गर्व की बात है।”
डॉ. विनीत जोशी, आईएएस, सचिव, उच्च शिक्षा मंत्रालय ने कहा. "यह प्रतियोगिता नई शैक्षिक सोच का प्रतिबिंब है — जिसमें केवल ज्ञान ही नहीं बल्कि विश्लेषण क्षमता, संचार कौशल और आत्मविश्वास को भी पोषित किया जाता है।”
NICE 2025 के चीफ मेंटर और ‘क्रॉसवर्ड मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से मशहूर विवेक सिंह, अध्यक्ष, RERA बिहार ने कहा, “NICE केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन है जो जिज्ञासा, आलोचनात्मक सोच और समस्या-समाधान को बढ़ावा देता है।"
प्रो. (डॉ.) टी.जी. सिताराम, अध्यक्ष, AICTE ने कहा, “AICTE को गर्व है कि वह ऐसे आयोजनों का सहयोगी है, जहां युवा भारत की प्रतिभा सामने आती है। क्रॉसवर्ड केवल खेल नहीं हैं, यह जीवन की कठिन चुनौतियों की तैयारी है।”
श्यामा रथ, सदस्य सचिव, AICTE ने कहा, “NICE जैसे मंच विद्यार्थियों और शिक्षकों दोनों को प्रेरित करते हैं। प्रतिभागियों का उत्साह हमारे देश की अपार प्रतिभा का परिचायक है।”
बाबू राम, आईपीएस, डीआईजी, सीआईएसएफ, दिल्ली मेट्रो ने कहा, “मानसिक अनुशासन, धैर्य और सतर्कता, ये सभी एक अच्छे क्रॉसवर्ड हलकर्ता की पहचान है और ये गुण नेतृत्व और राष्ट्र-निर्माण के लिए भी आवश्यक हैं।”
शरत कुमार सिन्हा, आईपीएस, एसीपी, दिल्ली पुलिस ने कहा,“ये युवा चैम्पियन हमें याद दिलाते हैं कि बुद्धिमत्ता और टीमवर्क साथ-साथ चलते हैं। NICE अनोखे तरीके से देश के भविष्य को गढ़ रहा है।”
अमित दत्ता, निदेशक, AICTE ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि साल दर साल इस प्रतियोगिता का इंतजार छात्रों को रहता है। कार्यक्रम में ए क्लू ए डे प्रतियोगिता की टी-शर्ट का अनावरण किया गया।
AICTE, EXTRA-C, IIT मद्रास और IIM मुंबई के संयुक्त प्रयासों से यह मंच अब अपने चार सफल संस्करण पूरे कर चुका है।