गया लोकसभा सीट पर जीतन राम मांझी की फिर होगी अग्निपरीक्षा, इससे पहले 3 बार करना पड़ा है हार का सामना

4/6/2024 2:21:41 PM

Gaya Lok Sabha seat: बिहार लोकसभा चुनाव में गया (सु) सीट से चौथी बार चुनाव लड़ रहे हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के लिए यह सीट अबतक सुरक्षित नहीं रही है और उन्हें तीन बार इस सीट से पराजय का सामना करना पड़ा है। गया (सु) सीट पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बैनर तले हम प्रमुख जीतनराम मांझी चौथी बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। 

मांझी और कुमार सर्वजीत के बीच होगा मुकाबला 
वहीं, महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रत्याशी और बोधगया के विधायक कुमार सर्वजीत चुनावी रणभूमि में ताल ठोक रहे हैं। कुमार सर्वजीत स्व. राजेश कुमार के पुत्र हैं, जिन्होंने जीतनराम मांझी को वर्ष 1991 के गया (सु) सीट पर हुए लोकसभा चुनाव में पराजित किया था। इस तरह 33 वर्षों के बाद जीतन राम मांझी पिता के बाद पुत्र से मुकाबला कर रहे हैं। गया (सु) इस बार के लोकसभा चुनाव में एकमात्र सीट है, जहां दो विधायक जीतन राम मांझी और कुमार सर्वजीत के बीच मुकाबला होगा। 

1991 में मांझी ने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था चुनाव 
गया (सु) सीट से जीतन राम मांझी ने तीन बार पहले भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। सबसे पहले वर्ष 1991 के लोकसभा चुनाव में गया संसदीय सीट से जीतन राम मांझी ने कांग्रेस के टिकट पर पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ा था। इस सीट पर जीतन राम मांझी की टक्कर जनता दल उम्मीदवार राजेश कुमार से हुई। राजेश कुमार ने जीतन राम मांझी को 53795 मतों के अंतर से पराजित किया। मांझी ने वर्ष 1991 के बाद 2014 में जनता दल यूनाईटेड (JDU) के टिकट पर दूसरी बार गया संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा। इस चुनाव में भी जीतन राम मांझी को हार का सामना करना पड़ा। 

अबतक मांझी के लिए सुरक्षित सीट नहीं रही गया सीट       
इस चुनाव में जदयू , राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल नहीं थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हरि मांझी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रत्याशी रामजी मांझी को पराजित किया। जदयू प्रत्याशी जीतन राम मांझी तीसरे नंबर पर रहे। मांझी ने इसके बाद वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में गया (सु) सीट पर महागठबंधन के बैनर तले हम उम्मीदवार के रूप राजग के विरूद्ध चुनाव लड़ा था। गया (सु) सीट से हम प्रत्याशी जीतन राम मांझी को (जदयू) उम्मीदवार विजय कुमार मांझी से पराजय मिली थी। इस तरह गया (सु) सीट पर जीतन राम मांझी को तीन बार पराजय का सामना करना पड़ा है। गया (सु) सीट अबतक जीतन राम मांझी के लिए सुरक्षित सीट नहीं रही है।        


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Ramanjot

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