Bagodar Vidhan Sabha: बगोदर में बिनोद कुमार सिंह को हराना है बेहद मुश्किल ।। Vidhan Sabha Election 2024
Monday, Oct 14, 2024-02:38 PM (IST)
Bagodar vidhansabha seat: बगोदर विधानसभा सीट गिरडीह जिले का हिस्सा है। ये सीट कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के तहत आता है। 2005 के चुनाव में यहां से सीपीआईएम नेता विनोद कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी। इसके अलावा 2009 के चुनाव में भी विनोद कुमार ने लगातार दूसरी जीत दर्ज की थी तो 2014 के चुनाव में यहां से बीजेपी ने सीपीआईएम के किले को यहां तोड़ दिया था।
बीजेपी कैंडिडेट नागेंद्र महतो ने जीत हासिल की थी। नागेंद्र महतो ने यहां से जीत हासिल कर बीजेपी का खाता खोला दिया। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में सीपीआई(एमएल)एल कैंडिडेट बिनोद कुमार सिंह ने एक बार फिर से यहां जीत हासिल की थी। इस बार भी बिनोद कुमार सिंह का दावा मजबूत लग रहा है।
2019 के विधानसभा चुनाव में बगोदर सीट से सीपीआई(एमएल)एल कैंडिडेट बिनोद कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी। बिनोद कुमार सिंह 98 हजार दो सौ एक वोट लाकर पहला स्थान हासिल किया था। वहीं बीजेपी कैंडिडेट नागेन्द्र महतो 83 हजार छह सौ 56 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे तो जेवीएम कैंडिडेट रजनी कौर आठ हजार सात सौ 49 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहीं थीं।
2019 के विधानसभा चुनाव में बगोदर के चुनावी नतीजे
वहीं 2014 के विधानसभा चुनाव में बगोदर सीट से बीजेपी कैंडिडेट नागेंद्र महतो ने जीत हासिल की थी।नागेंद्र महतो ने 74 हजार आठ सौ 98 वोट हासिल किया था। वहीं सीपीआई(एमएल)एल कैंडिडेट विनोद कुमार सिंह ने 70 हजार पांच सौ 59 वोट हासिल किया था।इस तरह से नागेंद्र महतो ने विनोद कुमार सिंह को चार हजार तीन सौ 39 वोटों से मात दे दी थी। वहीं जेवीएम कैंडिडेट मोहम्मद इकबाल, 16 हजार आठ सौ 23 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
2014 के विधानसभा चुनाव में बगोदर के चुनावी नतीजे
वहीं 2009 के चुनाव में बगोदर सीट से सीपीआई(एमएल)एल कैंडिडेट बिनोद कुमार सिंह ने जीत हासिल की थी। बिनोद कुमार सिंह ने 54 हजार चार सौ 36 वोट हासिल किया था तो जेवीएम कैंडिडेट नागेंद्र महतो को 47 हजार सात सौ 18 वोट ही मिले थे। इस तरह से बिनोद कुमार सिंह ने नागेंद्र महतो को छह हजार सात सौ 18 वोटों से मात दे दी थी। वहीं आरजेडी कैंडिडेट गौतम सागर राणा, 13 हजार चार सौ 99 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे।
2009 के विधानसभा चुनाव में बगोदर के चुनावी नतीजे
बगोदर सीट को सीपीआई(एमएल)एल का गढ़ माना जाता है। इसलिए यहां से इस बार भी एनडीए कैंडिडेट का जीतना आसान नहीं लग रहा है।