मुख्य सचिव ने जल संसाधन और वन विभाग को आपसी समन्वय से काम करने का निर्देश

Thursday, Feb 27, 2025-09:46 PM (IST)

पटना: बिहार में जल संसाधन से जुड़ी तीन महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा बैठक गुरुवार को मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जल संसाधन विभाग और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। समीक्षा के दौरान योजनाओं की प्रगति और पर्यावरणीय स्वीकृतियों को लेकर गहन चर्चा हुई।

भभुआ-मोहनिया को मिलेगा स्वच्छ पेयजल

जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत दुर्गावती जलाशय से सतही जल का उपयोग कर भभुआ और मोहनिया शहरों को पेयजल उपलब्ध कराने की योजना पर काम जारी है। इस परियोजना के अंतर्गत:

  • फ्लोटिंग बार्ज
  • 35 MLD क्षमता का जल शोधन संयंत्र
  • अंडरग्राउंड रिजर्वायर और पंप हाउस
  • शहर तक पाइपलाइन बिछाने का कार्य

जल संसाधन विभाग ने पर्यावरणीय स्वीकृति के लिए अनुरोध भेजा है, जिस पर वन विभाग से सहयोग की अपेक्षा है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि दोनों विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य को जल्द से जल्द पूरा करें।

बरनार जलाशय योजना से चार प्रखंडों के किसानों को लाभ

बरनार जलाशय योजना के तहत जमुई जिले के सोनो प्रखंड में किउल नदी की सहायक बरनार नदी पर कटहराटांड़ के पास कंक्रीट डैम और नहरों का निर्माण किया जाएगा। यह योजना सोनो, झाझा, खैरा और गिद्धौर प्रखंडों के किसानों के लिए वरदान साबित होगी।जलाशय निर्माण के लिए कुछ वन भूमि और गैर वन भूमि के हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। मुख्य सचिव ने जल्द से जल्द भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए।

मुंगेर में सिंधवारणी जलाशय से सिंचाई होगी आसान

मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर प्रखंड के किसानों के लिए सिंधवारणी जलाशय योजना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके तहत:

  • खड़गपुर झील के अपस्ट्रीम में गेटेड वीयर का निर्माण
  • 9.66 किमी लंबी नहर प्रणाली का पुनर्स्थापन

इस परियोजना में कुछ वन भूमि के अपयोजन की जरूरत है, जिसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय के सवालों का शीघ्र समाधान कर कार्य में तेजी लाई जाए।

 विकास कार्यों में बाधा नहीं, जल्द पूरी होंगी योजनाएं

मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने निर्देश दिए कि जल संसाधन और वन विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें, ताकि योजनाओं को समय पर पूरा किया जा सके। समीक्षा बैठक में जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल सहित कई वरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
 


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Ramanjot

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