कल झारखंड के 43 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव, पोलिंग पार्टियों की रवानगी शुरू, सभी मतदान केंद्रों पर CCTV से होगी निगरानी
Tuesday, Nov 12, 2024-11:59 AM (IST)
रांची: कल यानी बुधवार को झारखंड के 43 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। सुबह 7 बजे से वोट डाले जाएंगे और शाम 5 बजे तक मतदान होगा जबकि ग्रामीण क्षेत्रों के 939 बूथों पर शाम 4 बजे तक वोट डाले जायेंगे।
सभी मतदान केंद्रों पर CCTV से होगी निगरानी
चुनाव को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। पोलिंग पार्टियों की रवानगी शुरू हो गयी है। सोमवार को पश्चिमी सिंहभूम, लातेहार, लोहरदगा, गुमला और गढ़वा के 194 बूथों पर हेलीड्रापिंग के माध्यम से चुनाव कर्मियों को पहुंचाया गया। आज शाम तक सभी चुनाव कर्मियों को उनके बूथों पर पहुंचा दिया जायेगा। बुधवार 13 नवंबर की सुबह 5 बजे से ही मतदान की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी व वेबकास्टिंग के जरिये चुनाव आयोग की सीधी नजर रहेगी। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की भी व्यापक व्यवस्था की गयी है।
683 उम्मीदवारों की साख दांव पर
बता दें कि पहले चरण में कुल 683 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। 1,36,85, 509 मतदाता इन उम्मीदवारों की किस्मत तय करेंगे, जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 68,65, 208 है जबकि महिला मतदाता की संख्या 68, 20,000 है. इसके अलावा दिव्यांग मतदाता की संख्या 1,91,553 है। वही पहले चरण में थर्ड जेंडर मतदाता की संख्या 301 है। आज 43 सीटों पर हो रहे मतदान के लिए कुल 15,344 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें शहरी मतदान केंद्र की संख्या 2628 है जबकि ग्रामीण मतदान केंद्र की संख्या 12,716 है।
चंपई सोरेन सहित इन नेताओं की प्रतिष्ठा पहले चरण के चुनाव पर टिकी
पहले चरण में जिन दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, उसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा, ओडिशा के राज्यपाल और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू, विधायक सीपी सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव , मंत्री बना गुप्ता, मंत्री दीपक बिरुवा, मंत्री रामदास सोरेन, भाजपा के प्रत्याशी और राज्य के पूर्व मंत्री वर्तमान में विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, हटिया सीट से विधायक नवीन जायसवाल, गढ़वा सीट से हेमंत सोरेन कैबिनेट के मंत्री मिथिलेश ठाकुर, बड़कागांव सीट से योगेंद्र साहू के परिवार की राजनीतिक प्रतिष्ठा दाव पर है। इसके साथ कई अन्य दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा पहले चरण के चुनाव पर टिकी है।