झारखंड विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में 68 प्रतिशत हुआ मतदान, जामताड़ा में सबसे अधिक वोटिंग

Thursday, Nov 21, 2024-11:17 AM (IST)

रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे और अंतिम चरण के चुनाव में 38 निर्वाचन क्षेत्रों में बीते बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच करीब 68 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मतदान प्रतिशत 2019 के विधानसभा चुनाव के 67.04 प्रतिशत के मुकाबले इस बार अधिक रहा। इसके साथ ही, 81 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए चुनाव संपन्न हो गए। राज्य में 13 नवंबर को 43 सीट के लिए पहले चरण के मतदान में 1.37 करोड़ मतदाताओं में से 66 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

"चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई"
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘रात 8 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार लगभग 67.71 प्रतिशत मतदान हुआ। जामताड़ा जिला 76.16 प्रतिशत मतदान के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि बोकारो जिले में सबसे कम 60.97 प्रतिशत मतदान हुआ।'' निर्वाचन आयोग के अनुसार, राज्य में कुल मतदान प्रतिशत 2019 के विधानसभा चुनावों में दर्ज 63.9 प्रतिशत से अधिक दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि 12 जिलों के 14,218 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू होकर पांच बजे संपन्न हुआ, जबकि 31 मतदान केंद्रों पर मतदान शाम चार बजे संपन्न हुआ। हालांकि, इन सभी केंद्रों पर मतदान संपन्न होने के तय समय से पहले से कतार में लगे लोगों को मतदान करने की अनुमति दी गयी। झारखंड चुनाव में सत्तारूढ़ झामुमो नीत 'इंडिया' गठबंधन अपनी कल्याणकारी योजनाओं के बल पर सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रहा है, जबकि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सत्ता में वापसी की कोशिश कर रहा है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के रवि कुमार ने कहा, ‘‘चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। मतदान की गोपनीयता भंग करने के आरोप में मतदान और पीठासीन अधिकारियों के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की गई, जिनमें से एक गांडेय में दर्ज की गई।''

"जामताड़ा जिले में सबसे अधिक 76.16 प्रतिशत मतदान हुआ"
पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) अमोल वी होमकर ने कहा कि मतदान शांतिपूर्ण रहा और जब्त की गई रकम 200 करोड़ रुपये से अधिक हो गई, जिसमें पुलिस द्वारा जब्त की गई 163 करोड़ रुपये की रकम भी शामिल है। होमकर ने बताया कि दूसरे चरण में 891 मतदान केन्द्र माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में थे। चुनाव सम्पन्न कराने के लिए अर्धसैनिक बलों की कुल 585 कंपनियों को तैनात किया गया। इसके अलावा राज्य सशस्त्र बलों की 60 कंपनियां, होमगार्ड के 26,000 जवान तथा कोबरा और जगुआर जैसे विशेष बल के जवान भी निगरानी कर रहे थे। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, राज्य के जामताड़ा जिले में सबसे अधिक 76.16 प्रतिशत मतदान हुआ, इसके बाद पाकुड़ में 75.88 प्रतिशत, देवघर में 72.46 प्रतिशत तथा रांची जिले में 72.01 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। वहीं, रामगढ़ जिले में 71.98 प्रतिशत मतदान हुआ, दुमका में 71.74 प्रतिशत, गोड्डा में 67.24 प्रतिशत, साहेबगंज में 65.63 प्रतिशत, गिरिडीह में 65.89 प्रतिशत, हजारीबाग में 64.41 प्रतिशत और धनबाद में 63.39 प्रतिशत मतदान हुआ। भाजपा की सहयोगी आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो सिल्ली से चुनाव मैदान में हैं। सबसे कम मतदान धनबाद निर्वाचन क्षेत्र में 45.14 प्रतिशत दर्ज किया गया। बरहेट सीट, जहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रत्याशी हैं, वहां 66.13 प्रतिशत मतदान हुआ। गांडेय विधानसभा क्षेत्र, जहां से मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन पुनः चुनाव लड़ रही हैं, में 72.83 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे कम मतदान बोकारो विधानसभा सीट पर 50.52 प्रतिशत दर्ज किया गया।

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दूसरे चरण में कुल 1.23 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र थे, जिनमें 60.79 लाख महिलाएं और 147 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं। दूसरे चरण के चुनाव में कुल 528 उम्मीदवार हैं। इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मतदाताओं से झारखंड में लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेने का आग्रह किया और कहा कि ''आपका एक-एक मत राज्य की ताकत है''। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कहा कि दूसरे चरण का मतदान स्वर्णिम झारखंड के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ' एक्स' पर कहा, ''पहले चरण के चुनाव में 43 विधानसभा क्षेत्रों में लोगों ने उत्साहपूर्वक अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सभी वर्गों ने अपने अधिकारों और सशक्त झारखंड के लिए मतदान किया। जो लोग झारखंड के खिलाफ साजिश कर रहे हैं उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।'' कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी मतदाताओं से बेहतर भविष्य के लिए मतदान में भाग लेने का आग्रह किया। इन 38 विधानसभा सीट में से 18 निर्वाचन क्षेत्र संथाल परगना क्षेत्र में हैं, जिसमें छह जिले - गोड्डा, देवघर, दुमका, जामताड़ा, साहिबगंज और पाकुड़ आते हैं। शेष 18 सीट उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में और दो सीट दक्षिणी छोटानागपुर में हैं। 


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Content Editor

Khushi

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