काल बनकर आया Chhath पर्व! घाट पर सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान उजड़ा परिवार, मासूम बच्चे भी गंवा बैठे जान; घर में छाया मातम
Wednesday, Oct 29, 2025-12:02 PM (IST)
सरायकेला: झारखंड में छठ के पर्व ने कई घरों की खुशियां छीन ली है। इस दौरान कई लोगों ने अपनों को खो दिया। वहीं, सरायकेला में एक ही परिवार के तीन लोग नदी में डूब गए। तीनों लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
2 लोगों की तलाश जारी
मामला जिले के चांडिल अनुमंडल के स्वर्णरेखा नदी के शहर बेड़ा छठ घाट का है। बताया जा रहा है कि सोमवार को संध्या अर्घ्य के दौरान घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। कई बच्चे नदी में नहा रहे थे। इस दौरान एक नाबालिग नदी के गहरे पानी में डूबने लगा। नाबालिग को डूबता देख नाबालिग के परिवार के दो अन्य सदस्य भी नदी में कूद पड़े और देखते ही देखते सभी गहरे पानी में खो गये। हादसे के बाद स्थानीय लोगों और गोताखोरों की मदद से तत्काल सभी की खोजबीन शुरू की गयी। पहले 14 वर्षीय आर्यन यादव का शव बरामद किया गया। बाद में 45 वर्षीय संजय सिंह और 19 वर्षीय प्रतीक कुमार का भी शव बरामद कर लिया गया। वहीं, घटना के बाद से परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल है
"समय पर निरीक्षण और सतर्कता बरती जाती, तो..."
मामले में डीसी नीतीश कुमार सिंह ने जिस जगह घटना हुई है वहां पूर्व से ही डेंजर जोन घोषित किया गया था फिर भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां पहुंचे जिस कारण यह हादसा हुआ है। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि छठ पर्व से पहले न तो घाटों का निरीक्षण किया गया, न ही सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम किए गए। डेंजर जोन घोषित कर महज खानापूर्ति कर दी गई। बैरिकेडिंग, रोशनी और गोताखोरों की तैनाती जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं नदारद थीं। लोगों का कहना है कि अगर समय पर निरीक्षण और सतर्कता बरती जाती, तो यह त्रासदी टाली जा सकती थी।

