Mainiya Samman Yojana: हो गया फाइनल! होली से पहले महिलाओं के खाते में पहुंच जाएगी मंईयां योजना जाएगी की राशि
Saturday, Mar 08, 2025-09:10 AM (IST)

Mainiya Samman Yojana: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन( CM Hemant Soren) ने शुक्रवार को विधानसभा को बताया कि होली (Holi 2025) तक ‘मइयां सम्मान योजना' (Mukhyamantri maiya samman yojana jharkhand) के तहत राशि लाभार्थियों के खातों में पहुंच जाएगी। लाभार्थियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें जनवरी से राशि नहीं मिली है। विधानसभा में बजट अनुदान पर बहस के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) विधायक मंगल कालिंदी ने सरकार से पूछा कि योजना के तहत लाभार्थियों को राशि कब दी जाएगी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "हमें उम्मीद है कि होली से पहले लाभार्थियों के खातों में राशि जमा हो जाएगी।"
एक साथ जारी होगी जनवरी और फरवरी की किस्त ।। Maiya Samman Yojana Installment
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, "कुछ गड़बड़ियां थीं, जिससे भुगतान में देरी हुई, लेकिन उन्हें ठीक कर लिया गया है। अब राशि खाते में जमा कर दी जाएगी। हम महिला दिवस, होली और रमजान के त्योहारों के दौरान महिलाओं के चेहरों पर मुस्कान लाना चाहते हैं।" विपक्षी सदस्यों ने 27 फरवरी को इस योजना के तहत भुगतान में देरी को लेकर सदन में सरकार को घेरा था। भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया था कि लाभार्थियों को जनवरी और फरवरी दो महीनों तक योजना के तहत लाभ नहीं मिला। इसका जवाब देते हुए मंत्री चमरा लिंडा ने कहा था, "योजना के लाभार्थियों को दो महीने (जनवरी और फरवरी) का पैसा 15 मार्च तक, संभवतः होली से पहले दे दिया जाएगा।"
फूलो झानो आशीर्वाद योजना में 25,000 महिलाओं को जोड़ा
राज्य सरकार इस योजना के तहत 56 लाख से अधिक महिला लाभार्थियों को 2,500 रुपये प्रति माह प्रदान करती है। इस बीच, विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी ने सड़क किनारे महिलाओं द्वारा 'हड़िया' (देशी शराब) बेचने का मुद्दा उठाया और सरकार से पूछा कि यह प्रथा कब बंद होगी। इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "महिलाओं द्वारा हड़िया बेचने की प्रथा को समाप्त करने के लिए सरकार ने फूलो झानो आशीर्वाद योजना शुरू की है।" उन्होंने कहा कि करीब 25,000 महिलाओं को भी इस योजना से जोड़ा गया है, जिससे उन्हें आय का सम्मानजनक स्रोत मिल रहा है। सोरेन ने कहा, "हमारे पास ऐसी खबरें हैं कि योजना से जुड़े होने के बावजूद कई महिलाएं अपने पुराने पेशे में लौट रही हैं।"