Khijri Vidhan Sabha: खिजरी सीट पर राम कुमार पाहन और राजेश कच्छप में है कड़ी टक्कर।। vidhansabha seat 2024
Thursday, Oct 31, 2024-12:17 PM (IST)
खिजरी: झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में से एक खिजरी विधानसभा सीट है। रांची ज़िले में स्थित यह विधानसभा क्षेत्र रांची लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। झारखंड के अस्तित्व में आने के बाद बात करें विधानसभा चुनाव की तो साल 2005 में इस सीट पर बीजेपी के कड़िया मुंडा विधायक चुने गए थे जबकि 2009 में यह सीट कांग्रेस के पास चली गई और सावना लकड़ा विधायक चुने गए।
वहीं 2014 में यह सीट फिर से बीजेपी के खाते में आई और राम कुमार पाहन यहां से विधायक चुने गए। 2019 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार राजेश कच्छप ने बीजेपी को पीछे छोड़ने में कामयाब रहे थे
इसलिए कांग्रेस ने इस बार भी राजेश कच्छप को फिर से टिकट दिया है तो बीजेपी ने राम कुमार पाहन को खिजरी के चुनावी समर में उतारा है।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2019 में हुए चुनाव में खिजरी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार राजेश कच्छप ने जीत हासिल की थी। राजेश कच्छप 83 हजार आठ सौ 29 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो बीजेपी उम्मीदवार राम कुमार पाहन 78 हजार तीन सौ 60 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं आजसू कैंडिडेट रामधन बेड़िया ने 29 हजार 91 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं साल 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट पर बीजेपी के राम कुमार पाहन ने कांग्रेस के सुंदरी देवी को 64 हजार नौ सौ 15 वोटों से हराकर जीत का परचम लहराया था। राम कुमार पाहन को कुल 94 हजार पांच सौ 81 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस की सुंदरी देवी को कुल 29 हजार छह सौ 69 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे जेएमएम के अंतु तिर्की को कुल 22 हजार छह सौ 61 वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर कांग्रेस के सावना लकड़ा ने बीजेपी के राम कुमार पाहन को 2 हजार सात सौ 78 वोटों से मात दे दिया था। सावना लकड़ा को कुल 41 हजार एक सौ 72 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बीजेपी के राम कुमार पाहन को कुल 38 हजार तीन सौ 94 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर रहे जेकेपी के अमुल्य नीरज सलखो को 15 हजार तीन सौ 87 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
2019 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को बीजेपी और आजसू के अलग अलग चुनाव लड़ने से फायदा मिला था, लेकिन इस बार बीजेपी और आजसू के साथ आने से कांग्रेस उम्मीदवार राजेश कच्छप का रांची पहुंचना आसान नहीं लग रहा है।