JMM को लग सकता है बड़ा झटका, सरायकेला में चंपई सोरेन के कटआउट बैकग्राउंड हरा की बजाय भगवा रंग
Sunday, Aug 25, 2024-11:16 AM (IST)
सरायकेला: सत्तारूढ़ पार्टी के हेवीवेट नेता सोनाराम बोदरा ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने चंपई सोरेन के साथ चलने की घोषणा की है। इससे झामुमो को बड़ा झटका लग सकता है।
"अगर रास्ते में कोई दोस्त मिल गया तो उसके साथ चलेंगे"
दरअसल, चंपई सोरेन बीते शनिवार को सरायकेला पहुंचे। यहां चंपई सोरेन के कटआउट लगाए गए हैं। चंपई सोरेन के कटआउट का बैकग्राउंड बदल गया है। पहली बार यहां चंपई सोरेन के कटआउट का बैकग्राउंड हरा की बजाय भगवा रंग का है। होर्डिंग्स भी भगवा रंग के ही हैं। होर्डिंग्स में सिर्फ चंपई सोरेन जिंदाबाद लिखा है। इतना ही नहीं यहां बने फाउंटेन से जो पानी निकल रहा था, उसका भी रंग भगवा था। इसके बाद चर्चा है कि चंपई भाजपा के साथ जा सकते हैं। बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर चंपई सोरेन ने कहा कि वह अगले रास्ते पर निकल गए हैं। अब नया अध्याय लिखेंगे। अगर रास्ते में कोई दोस्त मिल गया तो उसके साथ चलेंगे।
"बेइज्जत कर मुझे कुर्सी से उतार दिया गया"
चंपई सोरेन ने जनसभा में कहा कि 5 महीने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर रहते हुए मैंने बेमिसाल काम कर दिखाए, जिसे लोग भूल नहीं सकते हैं। 5 महीने में राज्य को विकास के पथ पर ले गया। इस दौरान विभागों में भ्रष्टाचार मुक्त कार्य हुए, राज्य में अपराध का ग्राफ काम हुआ। आदिवासी-मूलवासी के हितों में काम किए, जिसे विपक्ष ने भी सराहा। चंपई सोरेन ने कहा कि मेरे काम शायद पार्टी आलाकमान को पसंद नहीं आया, इसलिए बेइज्जत कर मुझे कुर्सी से उतार दिया, लेकिन अब जनता के समर्थन से दोबारा मजबूत राजनीति करनी है। चंपई सोरेन ने कहा कि 40 साल पहले जब विधायक नहीं था, तब टाटा कंपनी के खिलाफ जोरदार आंदोलन कर सबसे बड़े औद्योगिक घराने की ईंट से ईंट बजा दी थी, तब कंपनी ने 50 लाख रुपये में मेरी हत्या का सौदा किया था, लेकिन मैं उनसे डरा नहीं और लड़कर हजारों मजदूरों को स्थाई नौकरी दिलाई।
"मैंने सोचा था कि राजनीति से सन्यास ले लूंगा, लेकिन..."
चंपई ने कहा, यहां जो भीड़ मेरे समर्थन में जुट रही है, राजनीतिक स्तर पर उसकी चर्चा हर जगह है। आगे कहा कि जब मैं दिल्ली में था, तब एक पोस्ट करके अपनी भावना को पूरे प्रदेश की जनता को मैंने बताया था जिसमें मैंने साफ कहा था कि जिस संगठन का निर्माण मैंने किया इसे खून पसीने से सींचने का काम किया उसे कभी किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा। उन्होंने आगे कहा कि पहले मैंने सोचा था कि राजनीति से सन्यास ले लूंगा, लेकिन फिर जनता से मिल रहे आपार प्यार ने मुझे आगे बढ़ने पर मजबूर कर दिया। सरायकेला के साथ-साथ पूरे प्रदेश में जनता का प्यार और समर्थन मिल रहा है, जो मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा है। वहीं, सरायकेला-खरसावां के जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने कहा कि पूर्व चंपाई दादा ने नया राजनीतिक सफर शुरू किया है, उनके इस सफर में हम साथ हैं। कहा कि कोल्हान टाइगर ने गुरुजी के साथ मिलकर अलग राज्य की लड़ाई लड़ी। आदिवासी-मूलवासी का सपना कैसे पूरा हो, इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं।