"झारखंड के बड़बोले मंत्री बौखला गए", इरफान अंसारी के बयान पर चंपई सोरेन का पलटवार
Monday, Nov 24, 2025-06:18 PM (IST)
Ranchi News: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने एसआईआर (SIR) को लेकर केंद्र सरकार और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे एसआईआर का विरोध करें और यदि बीएलओ घर पर जानकारी लेने आएं तो उन्हें बांधकर रखें। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने इस पर पलटवार किया है।
"उकसाऊ बयान देने वाले मंत्री को तुरंत बर्खास्त करें"
चंपाई सोरेन ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा, "चुनाव आयोग के SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को लेकर झारखंड के एक बड़बोले मंत्री के बयान ने उनकी बौखलाहट को दर्शाता है। ऐसे उकसाऊ बयान देने वाले मंत्री को तुरंत बर्खास्त करने की जरूरत है। भारत का संविधान सिर्फ भारतीय नागरिकों को वोट देने का अधिकार देता है और घुसपैठियों के नाम काटने की इस कवायद से झारखंड के आदिवासियों- मूलवासियों को, बिना किसी विदेशी हस्तक्षेप के, अपने प्रतिनिधि चुनने में आसानी होगी।"
"ऐसी लोकतंत्र- विरोधी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दें"
चंपाई ने आगे कहा, "झारखंड वासियों को यह पता है कि जो लोग हमारी जमीनें, बहु-बेटियों की अस्मत एवं सरकारी योजनाओं में हमारे अधिकार को छीन रहे हैं, उन्हें पहचानना और बाहर निकालना जरूरी है। एसआईआर के माध्यम से वोटर लिस्ट का यह शुद्धिकरण, भारत के लोकतंत्र को सुदृढ़ एवं सशक्त बनाएगा, जिसमें हर भारतीय की सक्रिय सहभागिता रहेगी। यह वक्त का तकाजा है कि झारखंडवासी एकजुट होकर एसआईआर की इस मुहिम को सफल बनाएं, तथा ऐसी लोकतंत्र- विरोधी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दें।"
बता दें कि इरफान अंसारी ने कहा था कि बिहार में एसआईआर के बहाने करीब 65 लाख लोगों के नाम वोटर सूची से हटाए गए, जिससे महागठबंधन को करीब 80 विधानसभा सीटों का नुकसान हुआ। इरफान अंसारी ने आगे कहा कि एसआईआर के नाम पर भाजपा लोगों को घुसपैठिया घोषित कर वोटर लिस्ट से नाम हटाने की साजिश कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे एसआईआर का विरोध करें और यदि बीएलओ घर पर जानकारी लेने आएं तो उन्हें बांधकर रखें। इरफान अंसारी ने कहा कि वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए कई प्रकार के दस्तावेज मांगे जा रहे हैं, जिसे सभी लोगों के लिए उपलब्ध कराना संभव नहीं है। ऐसे में नाम कटने का खतरा बना रहता है।

