झारखंड विधानसभा सत्र: 15वें दिन भी सदन में हंगामा, CM बोले- राम भक्तों को कपड़े फाड़कर साबित करना पड़ रहा कि हम राम भक्त है

3/22/2023 4:02:41 PM

रांची: झारखंड सरकार के बजट सत्र का 15वां दिन की शुरूआत भी हंगामे के साथ हुई। सदन शुरू होते ही सत्ता पक्ष के विधायकों ने बीते मंगलवार को विपक्ष के विधायकों के किए हरकतों पर सवाल खड़े किए। कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि महिलाओं के सम्मान को धूमिल किया जा रहा है। उन्होंने महिलाओं के विरूद्ध हो रहे व्यवहार को लेकर 2 मिनट का मौन रखने की बात कही। सदन के शुरुआत में विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि विपक्ष के विधायकों का आचरण सदन में सही नहीं है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को मनीष जायसवाल ने कुर्ता फाड़ा, आज लूंगी पहन कर आए हैं। क्या वे आज लूंगी फाड़ेंगे?

"सुखाड़ के कारण झारखंड में किसानों की आय घटी है"
सदन में विधायक प्रदीप यादव ने राज्य में प्रतिव्यक्ति आय और किसानों के आय जुड़ा सवाल किया, जिसका जवाब देते हुए वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि प्रति व्यक्ति आय को 2 तरह से मापा जाता है। पहला करेंट प्राइस पर और दूसरा कांस्टेंट प्राइस पर। करेंट प्राइस के अनुसार झारखंड के 86060 रुपए प्रति व्यक्ति आय है। जीडीपी में कृषि का प्रतिशत घटा है। आजादी के समय उद्योग नहीं थे इसलिए आय का एकमात्र साधन कृषि था। उस समय कृषि का 50 प्रतिशत से ज्यादा कंट्रीब्यूशन होता था जो आज घटकर 17 प्रतिशत हो गया है। उन्होनें कहा कि सुखाड़ के कारण झारखंड में किसानों की आय घटी है।

"राज्य के किसानों की आय में गिरावट आई है"
वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि राज्य के प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाने का प्रावधान वर्तमान वित्त वर्ष के बजट में रखा गया है। विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि किसानों की आय 2000 रुपए प्रतिमाह घटी है। प्रति व्यक्ति आय के मामले में जब राज्य अलग हुए था उस समय भी झारखंड 26 वें स्थान पर था और आज भी 26 वें स्थान पर हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों की आय में गिरावट आई है। सरकार से गरीबी के आकलन के लिए झारखंड में एक आयोग बनाने की मांग की।

"हमने काम भी किया, लेकिन शोर नहीं किया"
वहीं, विधानसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधायक के कुर्ता फाड़ने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, कल जो आचरण हुआ है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। अब राम भक्तों को कपड़े फाड़कर यह साबित करना पड़ रहा है कि हम राम भक्त है। ईश्वर सबको देख रहा है। 20 वर्ष इन्होंने सत्ता चलाया। तपोवन भूमि पर एक रुपया खर्च नहीं किया। हमने काम भी किया, लेकिन शोर नहीं किया। इन लोगों को यह लग रहा है कि हम देश की सत्ता में काबिज हैं तो पूरी दुनिया में काबिज हो चुके हैं। जिस तरह से इन्हें सवालों में घेरा जा रहा है यह किस तरह बचने की कोशिश कर रहे हैं यह उसका हिस्सा है। सीएम ने कहा, सरकार अपने समय पर जवाब देगी। सदन में तरह- तरह के रूप धारण करके आना बहुरुपिया का काम है। सभी विधायकों को जवाब देना है। उन्हें लगता है वह सवालों से बच जायेंगे इसलिए वह ऐसा कर रहे हैं बाकी विषयों पर भी हम जवाब देंगे।


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Khushi

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