Dhanbad News... झाड़ियों में लावारिस हालत में पड़ी मिली थी मासूम बच्ची, अमेरिकी दम्पति ने लिया गोद
Sunday, Oct 20, 2024-03:12 PM (IST)
धनबाद: अमेरिका के एरिजोना में रहने वाले एक दम्पति ने झारखंड के धनबाद से 15 महीने की एक बच्ची को गोद लिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बताया जा रहा है कि पेशे से व्यापारी टॉड बैंक अपनी बहन और केंद्रीय दत्तक-ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (सीएआरए) के अधिकारियों के साथ धनबाद पहुंचे और गोद लेने की प्रक्रिया पूरी की। अधिकारियों ने बताया कि बैंक की पत्नी एरिजोना विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं और वह किसी कारण वह भारत नहीं आ सकीं। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के जिला अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने बताया कि अमेरिकी दंपति ने सीएआरए के माध्यम से बालिका को गोद लिया। बच्ची को 2023 में गोविंदपुर-धनबाद हाईवे के किनारे झाड़ियों में लावारिस हालत में पाया गया था। उसे एक राहगीर ने गंभीर हालत में असर्फी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उसका इलाज किया गया। उस समय बच्ची की हालत नाजुक थी।
धनबाद के चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) के जिला अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने बताया कि इस बच्ची को विशेष रूप से सेंट्रल अडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी (CARA) के सेंटर पर रखा गया था। बच्ची के परिवार का कोई भी सदस्य दावा करने नहीं आया, इसलिए CWC ने उसे गोद लेने के लिए CARA के पोर्टल पर अपलोड कर दिया।वहीं, CWC अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने बताया कि बच्ची को नई जिंदगी मिली है। गोद लेने के इस तरीके से न केवल बच्ची को एक बेहतर भविष्य मिलेगा, बल्कि यह उन अनाथ बच्चों के लिए भी उम्मीद की किरण है, जो अपनी जिंदगी में किसी परिवार का इंतजार कर रहे हैं। अब यह बच्ची एरिजोना में नए घर और परिवार के साथ एक नई शुरुआत करेगी, जहां उसे प्यार और उसके केयर करने वाले लोग मिलेंगे।
वहीं, पूजा को पाकर दंपती बहुत खुश है। अमेरिका से पूजा की मां ने वीडियो कॉल पर बताया कि पूजा उनके लिए लकी क्वायन है। पूजा को उन लोगों को देने की सूचना एक साल पहले उन लोगों को मिली थी। वह अभी तक मां नहीं बन पायीं थी, पर जैसे ही धनबाद से यह गुड न्यूज उन्हें मिला, तो उनका घर खुशियों से भर गया। भगवान की उन पर कृपा हुई और वह गर्भवती हैं। उन्होंने कहा कि पूजा मेरी पहली संतान है। उन्हें इस बात का अफसोस है कि मेडिकल प्रॉब्लम के कारण वह अपनी बेटी को लेने नहीं आ पायी, लेकिन बेसब्री से उसके अमेरिका आने का इंतजार कर ही हैं।