SC से राहत मिलने पर हेमंत सोरेन की प्रतिक्रिया- ये लोग कीमती वक्त बर्बाद नहीं करते तो मैं आज...

Tuesday, Jul 30, 2024-01:10 PM (IST)

रांचीः सर्वोच्च अदालत ने झारखंड हाईकोर्ट द्वारा हेमंत सोरेन को दी गई जमानत के आदेश में दखलअंदाजी करने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बड़ी राहत मिली है।

आज न्यायालय सर्वोपरि हैः हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ''आज न्यायालय सर्वोपरि है। लोकतंत्र का वह स्तंभ है, जहां मैं समझता हूं कि अंधकार नहीं है। ऐसा लग रहा है जैसे कि मैं राज्य की संपत्ति को लेकर घूम रहा हूं या फरार हो गया हूं। इसके लिए मुझे जेल की सलाखों के पीछे भी डाल दिया गया और बहुत तरीके से सोरेन परिवार के ऊपर लांछन लगे। मेरा कीमती वक्त भी इन लोगों ने जाया किया। आज राज्य के कोने-कोने से लोग अपनी समस्याओं को लेकर मुझसे मिलने आ रहे हैं। शायद हमारा कीमती वक्त ये लोग बर्बाद नहीं करते तो मैं आज अनगिनत समस्याओं का समाधान हो चुका होता।''

वहीं विपक्षी दलों पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि "कुछ समूह ऐसे भी हैं, जो न्यायालय के वक्त को बर्बाद करते हैं और बेवजह समाज में काम करने वाले लोग हैं। चाहे वो राजनीति या सामाजिक रूप से हों और जो समाज के गरीब, आदिवासी, दलित और पिछड़ों की आवाज बनने का काम कर रहे हैं, उनकी आवाजों को बंद करने के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। आज फिर से सर्वोच्च न्यायालय के आदेश से ये बातें साबित हो गईं।''

सत्य की जीत हुईः कल्पना सोरेन
विधानसभा में मीडियाकर्मियों के द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए हेमंत सोरेन की पत्नी एवं विधायक कल्पना सोरेन ने कहा कि सत्य की जीत हुई है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि हेमंत जी के पांच महीने का क्या होगा?

बता दें कि झामुमो नेता हेमंत सोरेन को कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से पहले ही हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। हाईकोर्ट से बेल मिलने के बाद हेमंत सोरेन ने 4 जुलाई को फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।


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Nitika

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