कांग्रेस ने भाजपा नेताओं को किया आगाह- युवाओं को मिलने जा रहे रोजगार के मार्ग को ना करें बाधित

11/30/2021 5:29:52 PM

रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलीगेट और वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दुबे एवं लाल किशोरनाथ शाहदेव ने भाजपा नेताओं को आगाह किया है कि वे युवाओं को मिलने जा रहे रोजगार का मार्ग बाधित करने का प्रयास ना करें वरना राज्य का युवा वर्ग उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।

दुबे ने मंगलवार को कहा कि 20 अगस्त 2017 को जेएससीए की एजीएम बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को जेएससीए से बाहर का रास्ता दिखाया था, इसी कारण अब दीपक प्रकाश अमिताभ चौधरी के साथ निजी वैमनस्यता की भावना के साथ उनपर निशाना साध रहे हैं,छात्रों को बरगला रहे हैं और परीक्षा को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के कारण ही अलग झारखंड राज्य में प्रतियोगिता परीक्षा बाधित रही, सरकारी विभागों में लाखों पद खाली है, अब तक 20 जेपीएससी परीक्षा हो जानी चाहिए थी, लेकिन 7वीं से 10वीं पीटी परीक्षा को भी बाधित करने का प्रयास किया जा रहा हैं। लेकिन हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रतिबद्ध है और विपक्षी दलों की कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।

दुबे ने बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहा 19 सितम्बर को जेपीएससी की परीक्षा होती है और 22 नवम्बर को पूर्व मुख्यमंत्री को सपना आता है कि परीक्षा के पेपर लीक हो गये थे।उन्होंने कहा दो दिन पहले 28 नवम्बर को उत्तर प्रदेश में पेपर लीक हुआ,9 प्रतियोगी परीक्षाऐं केन्द्र सरकार और यूपी सरकार आयोजित नहीं कर पाई।उन्होंने कहा केंद्र सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा कर जुमलेबाजी करने वाले प्रधानमंत्री के वही चेले चटिये हैं जिनकी राजनीतिक बुनियाद झूठ और फरेब पर टिकी हुई हैं, पिछले 21 वर्ष से पूरे राज्य में और 7 वर्षों में केन्द्र सरकार ने नौकरियों को बाधित करने का काम किया। मीडिया के प्रशनों का जवाब देते हुए दुबे ने कहा एक सेंटर पर सफल छात्रों को लेकर पूरी नियुक्ति प्रक्रिया को रोकना गलत होगा।

भाजपा छात्र विरोधी है,युवाओं को दिगभ्रमित करती है, प्राथमिकी दर्ज भाजपा नेताओं की अविलंब गिरफ्तारी की मांग झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कांग्रेस नेताओं ने की है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शाहदेव ने कहा कि जेपीएससी पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने वाले तथाकथित नेता सिर्फ अपने निजी स्वार्थां की पूर्ति के लिए आम अभ्यर्थियों तथा जनता को दिग्भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन हेमंत सोरेन सरकार में उनकी मंशा पूरी नहीं होगी।


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Content Writer

Diksha kanojia

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