"कॉल करने के 60 मिनट बाद भी नहीं पहुंचती एंबुलेंस", बाबूलाल मरांडी बोले- मरीजों की जान को जोखिम
Tuesday, Dec 24, 2024-04:33 PM (IST)
रांची: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर पोस्ट शेयर कर एक बार फिर झारखंड सरकार पर जमकर हमला बोला है। बाबूलाल मरांडी ने लिखा है कि झारखंड में 108 एंबुलेंस सेवा, जो आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए जनजीवन का अहम हिस्सा है, गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है।
"एंबुलेंस के रिस्पांस टाइम में भारी देरी हो रही है"
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा कि प्राप्त जानकारी के अनुसार, एंबुलेंस के रिस्पांस टाइम में भारी देरी हो रही है। शहरों में औसतन 25 मिनट और ग्रामीण इलाकों में 40 मिनट का समय लगना तय है, लेकिन वास्तविकता इससे भी ज्यादा चिंताजनक है। कई बार कॉल करने के 60 मिनट बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंचती, जिससे मरीजों की जान जोखिम में पड़ रही है।
"एंबुलेंस और इलाज के अभाव में लोग अपनी जान गंवाने को विवश"
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जहां 5 मिनट की देरी में लोगों की जिंदगी और मौत तय हो जाती है, वहीं झारखंड में एंबुलेंस 20 से लेकर 30 मिनट तक देरी से पहुंच रही हैं, समय पर इलाज की सुविधा मिलने से जो मरीज ठीक भी हो सकते हैं वो भी एंबुलेंस और इलाज के अभाव में अपनी जान गंवाने को विवश हैं।
"हर 21 हजार की आबादी पर होनी चाहिए एक एंबुलेंस"
बाबूलाल मरांडी ने सवाल उठाते हुए कहा राज्य में कुल 543 एंबुलेंस हैं, लेकिन इनमें से 77 एंबुलेंस खराब हालत में हैं और सेवा से बाहर हैं। नियमानुसार हर 21 हजार की आबादी पर एक एंबुलेंस होनी चाहिए, लेकिन झारखंड में यह औसत 34 हजार से अधिक है। खराब प्रबंधन और संसाधनों की कमी से मरीजों को समय पर मदद नहीं मिल पा रही है, जिससे परिवारजनों को अपनी जान तक गंवानी पड़ रही है। मुख्यमंत्री जी, लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करना बंद करें और तत्काल सार्थक कदम उठाकर इस संवेदनशील मुद्दे पर गंभीरता से विचार करें। साथ ही साथ संसाधनों एवं इलाज की पुख्ता व्यवस्था करें ताकि इलाज के अभाव में किसी भी झारखंडी की जान न जाए।