बिहार में बाँध सुरक्षा को लेकर अभियंताओं के लिए तीन दिवसीय हाईटेक प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

Monday, Jun 09, 2025-07:16 PM (IST)

पटना: बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग द्वारा राज्य के बड़े बाँधों की सुरक्षा, अनुरक्षण और दीर्घकालीन सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पटना स्थित जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान (वाल्मी) में राज्य बाँध सुरक्षा संगठन (एस.डी.एस.ओ.), बिहार के सहयोग से संपन्न हुआ।

इस प्रशिक्षण में विभाग के अभियंताओं को भारत सरकार द्वारा अधिसूचित बाँध सुरक्षा अधिनियम, 2021 के विभिन्न प्रावधानों, उनके अनुपालन की विधियों तथा अधिनियम की समयबद्ध अनुपालन सुनिश्चित करने से संबंधित विधिक एवं तकनीकी पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही, जलाशयों में गाद जमाव (अवसादन) की बढ़ती समस्या, बदलते वर्षा-पैटर्न के अनुसार संशोधित बाढ़ रूपांकन, और भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) आधारित मानचित्रण की उन्नत तकनीकों पर भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

प्रशिक्षण के एक दिन विशेष स्थल निरीक्षण के रूप में दुर्गावती बाँध का भ्रमण कराया गया, जहाँ प्रतिभागी अभियंताओं को स्थलाकृतिक सर्वेक्षण, गाद सर्वेक्षण और जलगर्भ सर्वेक्षण से संबंधित आधुनिक तकनीकी उपकरणों — सटीक उपग्रह स्थान-निर्धारण यंत्र (डी.जी.पी.एस), मानवरहित यंत्र (ड्रोन), तथा ध्वनि मापक यंत्र (इको साउंडर) — का प्रत्यक्ष प्रदर्शन दिखाया गया।

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वाल्मी परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में बिहार के पाँच प्रमुख जलाशयों — अपर किऊल, दुर्गावती, कोहिरा, फुलवरिया और बदुआ — की संरचना, जल भंडारण क्षमता में आई कमी और भविष्य में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने की रणनीति पर गहन चर्चा की गई। विभाग का यह प्रयास राज्य के बाँधों की कार्यक्षमता, क्षमता और सुरक्षा को बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

कार्यक्रम का उद्घाटन वाल्मी की निदेशक अभियंता सीमा कुमारी, एस.डी.एस.ओ. के निदेशक अभियंता विजय कुमार, शासी परिषद के सलाहकार अभियंता आई.सी. ठाकुर, और वाल्मी के प्राध्यापक अभियंता मोहम्मद जकाउल्लाह सहित विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ।

राज्य बाँध सुरक्षा समिति, बिहार के अध्यक्ष अभियंता अवधेश कुमार के मार्गदर्शन तथा एस.डी.एस.ओ. निदेशक अभियंता विजय कुमार के संयोजन में कार्यक्रम को तकनीकी गहराई और व्यावहारिक प्रशिक्षण का स्वरूप प्रदान किया गया। प्रतिभागियों में राज्य बाँध सुरक्षा संगठन, केन्द्रीय रूपांकन शाखा, बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायक केंद्र, समग्र योजना एवं अनुसंधान अंचल, तथा वाल्मी सहित विभिन्न कार्यालयों के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता सम्मिलित हुए।

जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार राज्य के जल संसाधनों के कुशल प्रबंधन, बाढ़ सुरक्षा, सिंचाई विस्तार तथा जल संरचनाओं की मजबूती के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विभाग की उसी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसके अंतर्गत आधुनिक तकनीकों को अपनाते हुए बाँध सुरक्षा अधिनियम, 2021 के प्रावधानों के पालन में राज्य को अग्रणी बनाया जा रहा है।


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Content Writer

Ramanjot

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