वाजपेयी का शासनकाल विकास और सुशासन के प्रतीक रहा: दिलीप जायसवाल
Thursday, Dec 26, 2024-08:42 AM (IST)
पटना: भाजपा प्रदेश कार्यालय में बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर अटल बिहार जन्मशताब्दी समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री को नमन किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर बिहार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने भारतीय राजनीति में उच्च आदर्शों, सादगी और नैतिक मूल्यों को स्थापित किया।
"25 दिसंबर का दिन भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित"
डॉ.जायसवाल ने कहा कि 25 दिसंबर का दिन भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। यह दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न वाजपेयी की जयंती के रूप में मनाया जाता है। वाजपेयी का जीवन, उनकी विचारधारा और उनकी नेतृत्व क्षमता न केवल भाजपा बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने कहा, वाजपेयी केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक युगद्दष्टा थे। उन्होंने भारतीय राजनीति में उच्च आदर्शों, सादगी और नैतिक मूल्यों को स्थापित किया। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि कैसे कठिन परिस्थितियों में भी सकारात्मकता और धैर्य के साथ राष्ट्र सेवा की जा सकती है।
"वाजपेयी का शासनकाल विकास और सुशासन के प्रतीक"
डा.जायसवाल ने वाजपेयी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका शासनकाल विकास और सुशासन के प्रतीक रहा। उनके प्रधानमंत्रित्व काल में भारत ने परमाणु शक्ति के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की। पोखरण परमाणु परीक्षणों के माध्यम से उन्होंने भारत को विश्व मानचित्र पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।‘राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, मनभेद नहीं'। पूर्व प्रधानमंत्री के इस मंत्र ने लोकतंत्र की गरिमा को बढ़ाया। उनकी नीतियां सही अर्थों में युवाओं और किसानों के प्रति समर्पण की रही। अटल जी की नीतियां युवाओं और किसानों के उत्थान के लिए समर्पित थीं। उन्होंने ग्रामीण विकास, कनेक्टिविटी, और शिक्षा के क्षेत्र में कई क्रांतिकारी कदम उठाए।
इस अवसर पर डा.जायसवाल, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, पटना के सांसद रविशंकर प्रसाद, संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया,मंत्री हरि सहनी सहित कई वरिष्ठ लोगों ने भाग लिया।