पर्यटन विभाग ने जी-20 के प्रतिनिधियों को कराया तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब का दर्शन, बताई ऐतिहासिक विशेषताएं
Friday, Jun 23, 2023-07:09 PM (IST)

पटना: बिहार पहुंचे जी-20 देशों के प्रतिनिधियों को पर्यटन विभाग की टीम ने शुक्रवार को तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब का दर्शन कराया। पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह के निर्देश पर पर्यटन विभाग के पदाधिकारियों की टीम और विभाग से जुड़े बहुभाषीय कुशल पर्यटक गाइडों के द्वारा जी-20 के प्रतिनिधियों को तख्त साहिब के दर्शन के दौरान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहलुओं के बारे में भी बताया गया।
"ये गुरुद्वारा सिख आस्था से जुड़ा एक ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल"
विभागीय पर्यटक गाइडों द्वारा बताया गया कि पटना सिटी में स्थित यह गुरुद्वारा सिख आस्था से जुड़ा एक ऐतिहासिक दर्शनीय स्थल है। यह सिखों के दसवें गुरु श्री गोविन्द सिंह का जन्म स्थान है। यहां महाराजा रंजीत सिंह द्वारा बनवाया गया यह गुरुद्वारा स्थापत्य कला का सुन्दर उदाहरण है। पर्यटन विभाग की ओर से मुकेश कुमार, रत्नेश कुमार, मुकुंद वर्मा सहित विभाग से संबद्ध गाइडों ने बिहार की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और पौराणिक विरासत जी-20 देशों के प्रतिनिधियों से साझा करते हुए उन्हें कई जानकारी प्रदान की। अब 24 जून को विभागीय टीम जी-20 देशों के प्रतिनिधियों को विश्व विरासत स्थली प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष और नालंदा संग्रहालय का भी परिभ्रमण कराया जाएगा।
वहीं इसके पूर्व पर्यटन निदेशक विनय कुमार राय, उप निदेशक प्रदीप गुप्ता, महाप्रबंधक, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम अभिजीत कुमार ने सभी मान्यता प्राप्त गाइडों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित करते हुए इस हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए थे। इन सभी पर्यटक गाइडों को बताया गया है कि जी-20 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा विभिन्न शहरों की यात्रा की जा रही है, उसी क्रम में वे सभी बिहार की यात्रा पर हैं। उन्हें राज्य के ऐतिहासिक और पर्यटकीय समृद्धि की सभी जरूरी जानकारी दी जा रही है। यह प्रतिनिधिमंडल जहां भी जा रहा है, उन सभी पर्यटन स्थलों पर पर्यटन विभाग के द्वारा मान्यता प्राप्त कुशल बहुभाषीय टूरिस्ट गाइड उपस्थित हैं। विश्व विरासत स्थली नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर के साथ नालंदा संग्रहालय, नालंदा में भी परिभ्रमण के मध्य बहुभाषीय टूरिस्ट गाइड उपलब्ध रहेंगे, जो यात्रा के मध्य सभी प्रतिनिधियों को बिहार की साझी व बहुआयामी संस्कृति से परिचित कराएंगे।