बिहार में किसानों के घर जाकर खेती की समस्याओं से रूबरू होगी कृषि विवि के वैज्ञानिकों की टीम

1/17/2021 1:09:03 PM

भागलपुरः प्रदेश के अन्नदाता किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारी एवं वैज्ञानिकों की टीम उनके घर जाकर उनकी खेती की समस्याओं से रूबरू होगी।

बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर के प्रभारी कुलपति डॉ. आर. के. सुहाने ने शनिवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि किसानों के खेती-बाड़ी से संबंधित सामान्य एवं गंभीर समस्याओं के समाधान के लिए उक्त टीम के द्वारा अनुसंधान किया जाएगा और फिर इसकी पूरी जानकारी किसानों को दी जाएगी। उन्होंने कहा की राज्य सरकार के सहयोग से भागलपुर सहित बिहार की धरती पर ऑर्सेनिक मुक्त फसल लगेगी। इसके लिए इस विश्वविद्यालय ने शोध में ऑर्सेनिक कम करने वाले नए जीवाणु की खोज की है। बिहार सरकार ने भी किसानों को उपलब्ध कराने के लिए इस पर अनुदान का प्रावधान किया है।

डॉ. सुहाने ने बताया कि खरीफ फसल में इसका बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाएगा ताकि गुणवत्तापूर्ण फसल तैयार हो सके और किसान समृद्ध एवं बिहार स्वस्थ बने। इसके साथ ही बगैर मिट्टी के सब्जी और चारा उत्पादन के लिए हाइड्रोपोनिक विधि का भी विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की सोच के अनुसार महीने के एक मंगलवार को प्रक्षेत्र दिवस मनाया जाएगा। सबौर कृषि इनक्यूबेटर्स परियोजना के तहत कौशल विकास कर युवाओं को पांच से 25 लाख रुपये तक अनुदान देकर बड़ा व्यवसायी बनाया जाएगा।

प्रभारी कुलपति ने कहा कि एक टीम वर्क के तहत छात्रों के स्वर्णिम विकास, युवाओं को रोजगार और किसानों की समृद्धि पर युद्ध स्तर पर काम किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। डा.सुहाने ने कहा कि मुख्यालय में चल रहा सामुदायिक रेडियो स्टेशन अब ऐप के माध्यम से भागलपुर जिले सहित पूरे बिहार में इसकी आवाज गूंजेगी। इस विश्वविद्यालय में ऐप का विकास कर लिया गया है और बहुत जल्द इसे व्यापक रूप दिया जाएगा।


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Ramanjot

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