सुशील मोदी ने जहरीली शराब से हुई मौतों को बताया ''दुखद'', दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की

11/7/2021 9:59:23 AM

पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने राज्य में जहरीली शराब से हुई मौत को दुखद बताते हुए दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की।

सुशील मोदी ने शनिवार को सोशल नेटवकिर्ंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि बिहार के गोपालगंज समेत तीन जिलों में जहरीली शराब पीने से 30 से ज्यादा लोगों के मरने की अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद प्रशासन को दोषियों की पहचान कर तुरंत कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामले में स्पीडी ट्रायल के जरिए मौत के सौदागरों को फांसी की सजा दिलाई जानी चाहिए।

भाजपा सांसद ने कहा कि वर्ष 2016 में गोपालगंज के खजूरबन्ना में जहरीली शराब से 19 लोगों की मृत्यु के बाद दोषी पाए गए 9 को फांसी और 4 महिलाओं को उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। ऐसी घटना में मृतक के परिवार का कोई दोष नहीं होता, इसलिए सरकार ने उस समय हर आश्रित परिवार को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा दिया था। उन्होंने कहा कि इस बार भी सरकार को पीड़ित आश्रितों को 4-4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने का विचार करना चाहिए।

मोदी ने कहा कि जहरीली शराब से मौत की घटनाएं उन राज्यों में भी हुईं, जहां मद्यनिषेध लागू नहीं है, इसलिए ऐसी दुखद घटनाओं के बहाने शराबबंदी हटाने की दलील नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता और विशेष कर आधी आबादी ने शराबबंदी को सहर्ष स्वीकार कर लिया है। भाजपा सांसद ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेंद्र भाई मोदी ने मद्यनिषेध लागू रखा और बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पाड़ति महिलाओं की एक आवाज पर इसे सख्ती से लागू किया। शराबबंदी लागू होने से घरेलू हिंसा और स्कूल-कालेज जाने वाली लड़कियों पर भद्दी छींटाकशी की घटनाएं काफी कम हुईं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को शराबबंदी के फैसले पर द्दढ रहना चाहिए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Ramanjot

Recommended News

Related News

static