पटना संग्रहालय के उन्नयन एवं विस्तारीकरण कार्य की प्रगति से संबंधित समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए गए ये निर्देश
Tuesday, Dec 31, 2024-06:36 PM (IST)
पटनाः बिहार संग्रहालय के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह की अध्यक्षता में आज मंगलवार को पटना संग्रहालय के उन्नयन एवं विस्तारीकरण कार्य की प्रगति को लेकर पटना संग्रहालय में समीक्षा बैठक आहूत की गई। इस अवसर पर भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि समेत विभाग के पदाधिकारी एवं अभियंता गण मौजूद रहे।
महानिदेशक एवं सचिव के द्वारा निर्माण स्थल का किया गया निरीक्षण
इस दौरान महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह ने कार्य योजना की विस्तृत जानकारी ली एवं योजना का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने योजना के ससमय व गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के उपरांत महानिदेशक एवं सचिव के द्वारा निर्माण स्थल का निरीक्षण किया गया। उन्होंने गंगा गैलरी, पाटली गैलरी, अस्थायी प्रदर्शनी एवं संरक्षण प्रयोगशाला समेत पूरे परिसर का भ्रमण कर पटना संग्रहालय से जुड़ी एक-एक चीज की विस्तारपूर्वक जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। विभागीय सचिव के द्वारा बताया गया कि भवन निर्माण विभाग द्वारा पटना संग्रहालय के पुराने भवनों व दीर्घाओं के जीर्णोद्धार व संरक्षण के साथ-साथ परिसर का विस्तार किया जा रहा है। इससे पटना संग्रहालय को नया आकार मिलेगा। उन्होंने निर्देशित किया है कि प्रदर्श कार्य के लिए रिसर्च टीम दक्ष हो और अच्छी किताबों से भी रिफरेंस लें। पटना संग्रहालय का उन्नयन एवं विस्तारीकरण कार्य पूर्ण होने के उपरांत यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा।
सचिव ने पटना संग्रहालय के कार्य को फरवरी माह, 2025 तक पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि संग्रहालय में त्रुटिविहीन अधिष्ठापन का कार्य और फिनिशिंग का कार्य सही से कराना कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने परिसर में पर्याप्त मात्रा में पौधारोपण हेतु भी निर्देशित किया। ₹158.00 करोड़ की लागत से पटना संग्रहालय का विस्तारीकरण एवं नव-निर्मित गैलरी में प्रदर्श अधिष्ठापन का कार्य अंतिम चरण में है। इस परियोजना के अन्तर्गत 2 नये प्रदर्श दिर्घाओं का निर्माण किया गया है, जिसे गंगा गैलरी एवं पाटली गैलरी नाम दिया गया है। इसके अतिरिक्त प्रेक्षागृह, अस्थायी प्रदर्श गैलरी, कलाकृतियों को रखने हेतु आधुनिक तकनीक से युक्त भण्डार गृह का निर्माण किया गया है। साथ ही पुराने संग्रहालय भवनों के प्रदर्श दीर्घाओं के जीर्णोद्धार एवं नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है।