बिहार : ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर सत्ता में सहयोगी भाजपा-जदयू में वाकयुद्ध शुरू
Saturday, Jun 18, 2022-10:59 PM (IST)

पटना, 18 जून (भाषा) सशस्त्र बलों में भर्ती की शुरू की गई नयी ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ बिहार में शनिवार को लगातार चौथे दिन भी विरोध-प्रदर्शन जारी रहने को लेकर प्रदेश की सत्ता में सहयोगी भाजपा और जदयू में वाकयुद्ध शुरू हो गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में इस योजना के खिलाफ हिंसक विरोध को नियंत्रित करने में कथित विफलता को लेकर सहयोगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पर निशाना साधा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल जिनके घर में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की थी, ने राज्य सरकार की आलोचना की कि उसने प्रदेश में हिंसक विरोध को रोकने के लिए अपर्याप्त प्रयास किए।
पत्रकारों से शनिवार को यहां बात करते हुए जायसवाल ने आरोप लगाया, ‘‘जब प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को बेतिया जिले में मेरे घर पर हमला किया तो हमने अग्निशमन दस्ते को बुलाया। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन की अनुमति मिलने पर ही दमकल की गाड़ियां आएंगी’’।
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास और भाजपा के कई कार्यालयों में तोड़फोड़ की थी।
जायसवाल ने आगे कहा कि ‘‘विरोध करने का हक सभी को है। विरोध करने में कोई बुराई नहीं है। हम सभी अलग-अलग दल के हैं, लेकिन जिस तरह खास पार्टी के दफ्तरों को निशाना बनाकर जलाया गया, वह गलत है। हम भी प्रशासन का हिस्सा है। जो हो रहा है वह बहुत गलत हो रहा है। जिस तरह बिहार में हो रहा है वह हिंदुस्तान में कहीं नही हो रहा है।’’
एक प्रश्न के उत्तर में भाजपा नेता ने कहा कि ‘‘जाहिर तौर पर हम सरकार में हैं। बिहार में जो घटनाएं हो रही है, वह झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी नहीं हुआ, जहां हमारी सरकार नहीं है। यह एक साजिश है। प्रशासन को इसे सामने लाना होगा।’’
उन्होंने कहा कि संगठन (भाजपा) के अध्यक्ष के तौर पर मैने पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव से बात की है।
जायसवाल ने कहा, ‘‘भाजपा के एक नेता के रूप में मैं इस घटना की निंदा करता हूं। ऐसी घटनाएं नहीं रोकी गई तो किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा।’’
जायसवाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रमुख राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने एक निर्णय लिया। दूसरे राज्यों में भी इसका विरोध हो रहा है। युवा अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, इसलिए वे विरोध करने उतरे। बेशक हिंसा कोई रास्ता नहीं है। हम हिंसा को स्वीकार नहीं कर सकते। लेकिन भाजपा को यह भी सुनना चाहिए कि इन युवाओं की क्या चिंता है। इसके बजाय भाजपा प्रशासन पर आरोप लगा रही है। प्रशासन क्या करेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस सब से प्रशासन का क्या लेना-देना है। निराश भाजपा प्रशासन पर प्रदर्शनकारियों के गुस्से पर काबू पाने में असमर्थता का आरोप लगा रही है। इस योजना के खिलाफ कई भाजपा शासित राज्यों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। जायसवाल भाजपा शासित राज्यों के सुरक्षा बलों की निष्क्रियता के बारे क्यों बात नहीं कर रहे हैं।’’
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार भाजपा प्रमुख के अनुसार सुरक्षा बलों को भाजपा शासित राज्यों में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए थी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में इस योजना के खिलाफ हिंसक विरोध को नियंत्रित करने में कथित विफलता को लेकर सहयोगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) पर निशाना साधा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल जिनके घर में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की थी, ने राज्य सरकार की आलोचना की कि उसने प्रदेश में हिंसक विरोध को रोकने के लिए अपर्याप्त प्रयास किए।
पत्रकारों से शनिवार को यहां बात करते हुए जायसवाल ने आरोप लगाया, ‘‘जब प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को बेतिया जिले में मेरे घर पर हमला किया तो हमने अग्निशमन दस्ते को बुलाया। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन की अनुमति मिलने पर ही दमकल की गाड़ियां आएंगी’’।
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास और भाजपा के कई कार्यालयों में तोड़फोड़ की थी।
जायसवाल ने आगे कहा कि ‘‘विरोध करने का हक सभी को है। विरोध करने में कोई बुराई नहीं है। हम सभी अलग-अलग दल के हैं, लेकिन जिस तरह खास पार्टी के दफ्तरों को निशाना बनाकर जलाया गया, वह गलत है। हम भी प्रशासन का हिस्सा है। जो हो रहा है वह बहुत गलत हो रहा है। जिस तरह बिहार में हो रहा है वह हिंदुस्तान में कहीं नही हो रहा है।’’
एक प्रश्न के उत्तर में भाजपा नेता ने कहा कि ‘‘जाहिर तौर पर हम सरकार में हैं। बिहार में जो घटनाएं हो रही है, वह झारखंड और पश्चिम बंगाल में भी नहीं हुआ, जहां हमारी सरकार नहीं है। यह एक साजिश है। प्रशासन को इसे सामने लाना होगा।’’
उन्होंने कहा कि संगठन (भाजपा) के अध्यक्ष के तौर पर मैने पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव से बात की है।
जायसवाल ने कहा, ‘‘भाजपा के एक नेता के रूप में मैं इस घटना की निंदा करता हूं। ऐसी घटनाएं नहीं रोकी गई तो किसी के लिए भी अच्छा नहीं होगा।’’
जायसवाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रमुख राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने एक निर्णय लिया। दूसरे राज्यों में भी इसका विरोध हो रहा है। युवा अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, इसलिए वे विरोध करने उतरे। बेशक हिंसा कोई रास्ता नहीं है। हम हिंसा को स्वीकार नहीं कर सकते। लेकिन भाजपा को यह भी सुनना चाहिए कि इन युवाओं की क्या चिंता है। इसके बजाय भाजपा प्रशासन पर आरोप लगा रही है। प्रशासन क्या करेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस सब से प्रशासन का क्या लेना-देना है। निराश भाजपा प्रशासन पर प्रदर्शनकारियों के गुस्से पर काबू पाने में असमर्थता का आरोप लगा रही है। इस योजना के खिलाफ कई भाजपा शासित राज्यों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। जायसवाल भाजपा शासित राज्यों के सुरक्षा बलों की निष्क्रियता के बारे क्यों बात नहीं कर रहे हैं।’’
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार भाजपा प्रमुख के अनुसार सुरक्षा बलों को भाजपा शासित राज्यों में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए थी।
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