प्रशांत किशोर ने NDA के 4 बड़े नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप, बिहार में मचा सियासी हड़कंप ।। Bihar Politics
Saturday, Sep 20, 2025-10:09 AM (IST)

Prashant Kishor: जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शनिवार को बिहार में सत्ता पक्ष के संगठन और सरकार में बैठे महत्वपूर्ण व्यक्तियों पर निशाना साधते हुए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए, जिनमे उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, बीजेपी सांसद संजय जायसवाल और ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी के नाम शामिल हैं।
"सम्राट चौधरी के नाम समय समय पर बदलते रहे"
प्रशांत किशोर ने संवादाताओं को संबोधित करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि 2010 के चुनाव में सम्राट चौधरी ने अपने चुनावी हलफनामे में खुद को सातवीं पास बताया था। अब चौधरी कहते हैं वो एक विदेशी विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि धारक हैं। उन्होंने कहा कि चौधरी बताएं कि उन्होंने हाईस्कूल कब और कहां से पास किया। किशोर ने कहा कि सम्राट चौधरी के नाम समय समय पर बदलते रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका शुरुआती नाम सम्राट कुमार मौर्य था लेकिन बाद में यह बदल कर पहले राकेश कुमार और उसके बाद सम्राट चौधरी हो गया। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी पर 1998 में कांग्रेस नेता सदानंद सिंह की हत्या का आरोप लगा था। उसकी सुनवाई के दौरान उनके नाम की जांच हुई तब पता चला कि वे हाईस्कूल की परीक्षा में फेल हो गए थे और उनको कुल 234 नंबर हासिल हुए थे।
मंत्री मंगल पांडेय पर भी साधा निशाना
किशोर ने कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री का नाम तीन बार बदला और सम्राट कुमार मौर्य से बदल कर उनका नाम पहले राकेश कुमार और उसके बाद सम्राट चौधरी हो गया है। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी भाजपा संगठन से आये नेता नही हैं। वह पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में थे और उसी राजनीतिक संस्कृति में पले बढ़े हैं। किशोर के अगले निशाने पर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय थे। किशोर ने ने कहा कि पिछ्ली बार उन्होंने संवाददाताओं को बताया था कि मंगल पांडेय को बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कोविड के समय मकान खरीदने के लिए 25 लाख दिए थे। यह रकम पहले पांडेय के पिता के खाते में स्थानांतरित की गई थी और वहां से पांडेय की पत्नी के खाते में आई थी।
जनसुराज के सूत्रधार ने कहा कि मंगल पांडेय 25 लाख लेने की बात कबूल कर चुके हैं लेकिन साथ मे उन्होंने अपनी ईमानदारी बताते हुए कहा कि एक मंत्री को भी किसी से उधार लेने की जरूरत पड़ गई। इस संबंध ने प्रशांत किशोर ने बताया कि 2019-20 में मंगल पांडेय की पत्नी के खाते में सवा दो करोड़ जमा किए गए। उन्होंने सवाल पूछा कि क्या मंगल पांडेय बताएंगे कि उनकी पत्नी के खाते में इतने पैसे कहां से आए और क्या इसे आयकर में घोषित किया गया।