"विपक्षी गठबंधन को उच्चतम न्यायालय ने मारा करारा तमाचा", बैलट पेपर से चुनाव की मांग खारिज होने पर बोले PM मोदी
4/26/2024 6:13:43 PM
अररिया: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मतपत्रों से चुनाव कराने की मांग को उच्चतम न्यायालय द्वारा खारिज कर दिए जाने का जिक्र करते हुए शुक्रवार को कहा कि यह कांग्रेस नीत गठबंधन ‘इंडी' के लिए करारा तमाचा है। मोदी ने अररिया में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘राजद-कांग्रेस और ‘इंडी' गठबंधन को न देश के संविधान और न ही लोकतंत्र की परवाह है। ये वे लोग हैं जिन्होंने 10 साल तक मतपत्रों के बहाने गरीबों का अधिकार छीना।
"मत पेटियों को लूटने वालों को झटका"
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘देश के गरीबों और ईमानदार मतदाताओं को जब ईवीएम की ताकत मिली तो यह उन लोगों को बर्दाश्त नहीं हो रहा था जो चुनाव के दिन वोट लूटने का खेल खेलते थे।'' प्रधानमंत्री ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' पर अपना प्रहार जारी रखते हुए कहा, ‘‘उसके हर नेता ने ईवीएम को लेकर जनता के मन में संदेह पैदा करने का पाप किया है। लेकिन देश के लोकतंत्र और बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान की ताकत देखिए, आज उच्चतम न्यायालय ने करीब दो घंटे पहले ही मत पेटियों को लूटने वालों और इसका इरादा रखने वालों को कैसा झटका दिया है। उनके सारे सपने चूर-चूर हो गए हैं। आज उच्चतम न्यायालय ने साफ-साफ कह दिया है यह मतपत्र वाला पुराना दौर वापस लौट नहीं आएगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘आज जब पूरी दुनिया भारत के लोकतंत्र, चुनाव प्रक्रिया और यहां चुनाव में तकनीक के उपयोग की तारीफ कर रही है, तब ये लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए ईवीएम को बदनाम करने में लगे थे। इन्होंने लोकतंत्र के साथ लगातार विश्वासघात करने की कोशिश की है लेकिन आज इन्हीं लोगों को देश की सर्वोच्च अदालत ने करार तमाचा मारा है।''
‘‘देश में बन गई हैं राजनीति की दो मुख्य धाराएं"
मोदी ने उच्चतम न्यायालय के फैसले की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘आज लोकतंत्र के लिए शुभ दिन और विजय का दिन है।'' उन्होंने कहा, ‘‘इंडी' गठबंधन के हर नेता को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। मोदी ने कहा कि आज देश में राजनीति की दो मुख्य धाराएं बन गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘एक धारा भाजपा और राजग की है जिसका मकसद देश के लोगों को सशक्त करना, हर लाभार्थी के दरवाजे तक खुद जाकर लाभ पहुंचाना है। इसके विपरीत दूसरी धारा कांग्रेस और राजद की है... जिसका मकसद देश के लोगों से छीनना, उन्हें तरसा कर रखना और खुद की तिजोरी भरना है।'' उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस और राजद ने मिलकर बिहार के करोड़ों लोगों को दाने-दाने का मोहताज बना दिया। किसी के पास खेत-खलियान है तो नौकरी के बदले उसकी जमीन छीन लो, किसी के पास नौकरी है तो तनख्वाह छीन लो, किसी के पास गाड़ी है तो गाड़ी छीन लो...यही जंगलराज के दिनों का हाल था।''